न.पा चुनाव 2025 – “हर दल में दावेदार अनेक, पार्टियाँ किस पर खेलेगी अपना दाँव।” हमारा दल्ली राजहरा की विशेष रिपोर्ट

दल्ली राजहरा
मंगलवार 21 जनवरी 2025
भोजराम साहू 9893765541
दल्ली राजहरा नगर पालिका चुनाव में कल आचार संहिता लगने के बाद सरगर्मी फिर तेज हो गई है l सरकार द्वारा समय सीमा तय कर दी गई है l 11 फरवरी को आम चुनाव तथा 15 फरवरी को नए नगर पालिका अध्यक्ष की घोषणा होगी l नगर पालिका परिषद दल्ली राजहरा के अध्यक्ष पद पर बैठने के लिए सभी दल एड़ी-चोटी एक कर रहे हैं l अब तक छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के प्रत्याशी नगर पालिका अध्यक्ष बन चुके हैं l वहीं भारतीय जनता पार्टी और निर्दलीय को अब तक नगर पालिका अध्यक्ष पद में विजय प्राप्त नहीं हुआ है l इस बार क्या चुनाव परिणाम आता है यह तो वोटर की मर्जी के ऊपर निर्भर है l
इस बार के चुनाव में पुराने मुद्दे जैसे जल, सड़कों की स्थिति, सफाई, और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जनता के मन में सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, इस बार चुनावी समर में कुछ नए चेहरे सामने आए हैं, जो युवा और महिला उम्मीदवारों के रूप में जनता के सामने हैं।
पुराने दिग्गज नेता जिनकी पहचान वर्षों से इलाके में रही है, वे भी इस बार अपनी किस्मत आजमाने के लिए तैयार हैं। सवाल यह उठता है कि राजनीतिक दल किस पर इस बार अपना दाँव खेलेगी।
नगर पालिका चुनाव में इस बार जनता की नजरें उन चेहरों पर हैं, जो बदलाव की उम्मीद लेकर सामने आए हैं। ऐसे उम्मीदवार, जिनके पास नई सोच और ऊर्जा है, वे जनता को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, महिलाएं भी इस बार चुनावी मैदान में मजबूती से उतरी हैं, जो समाज में महिला सशक्तिकरण और समानता की बात करती हैं।
चुनावी समीकरण में सभी वर्गों के उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। वरिष्ठ नेताओं का अनुभव और नेतृत्व क्षमता महत्वपूर्ण है, वहीं युवा उम्मीदवार अपनी नई सोच और जोश के साथ मैदान में हैं। महिलाओं के लिए भी यह चुनाव विशेष महत्वपूर्ण है, क्योंकि पार्टी उन्हें सशक्त बनाने और उनके मुद्दों को प्रमुखता देने की ओर अग्रसर है।
प्रमुख दलों का उद्देश्य विकास, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के अवसरों को प्राथमिकता देना है। इसके अलावा, चुनावी घोषणापत्र में समावेशी योजनाओं का भी ऐलान किया जाएगा, जिससे हर वर्ग की समस्याओं का समाधान किया जा सके।
अंततः, नगर पालिका चुनाव में हर वर्ग का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना और हर मतदाता तक पहुंच बनाना पार्टी की रणनीति का हिस्सा है। इस चुनाव में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या जनता पुराने चेहरों को चुनकर अपनी पुरानी नीतियों को फिर से अपना सकती है, या इस बार बदलाव की लहर में किसी नए चेहरे को मौका मिलेगा ?
अनेक दावेदार होने से प्रमुख राजनीतिक पार्टियों को सभी दावेदारों को संतुष्ट करने के लिए भी एड़ी चोटी एक करना होगा l क्योंकि एक पार्टी में अनेक दावेदार होने पर भी मात्र एक ही व्यक्ति को टिकट मिलेगा l अब पार्टी को डर यह रहेगा कि दूसरा व्यक्ति निर्दलीय खड़ा होकर पार्टी का समीकरण ना बिगाड़ दे l टिकट चयनकर्ताओ के लिए भी यह चुनाव परीक्षा की घड़ी है l
सहयोग:- श्रीजीत