हेमंत कांडे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 1949 के एक्ट में बदलाव कर बौद्ध बिहारो का प्रबंधन बौद्धों को सौपने के लिए कहा l
माननीय प्रधान मंत्री जी मैं हेमंत कांडे भारतीय बौद्ध महासभा (पंजीयन क्रमांक 3227 ) का एक जागरूक नागरिक हूं। हमारा समुदाय बोधगया मुक्ति आंदोलन के प्रति समर्पित है, और इस विषय पर आपका ध्यान आकर्षित कराने के लिए निवेदन प्रस्तुत कर रहा हूं।
बोधगया का ऐतिहासिक महत्व हम सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह स्थान न केवल भारतीय सस्कृति और धर्म का महत्वर्ण केंद्र है, बल्कि इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। बोधगया मुक्ति आंदोलन का उद्देश्य इस महत्वपूर्ण धरोहर को संरक्षित और सुरक्षित करना है l ताकि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए सहेजा जा सके।
हेमंत कांडे उपाध्यक्ष भारतीय बौद्ध महासभा छत्तीसगढ़ ने बताया कि वे 24 फरवरी को दल्ली राजहरा से बुद्धगया के लिए प्रस्थान करेंगे और बौद्धगया महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन के आमरण अनशन में भाग लेंगे।
उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की है कि सकारात्मक विचार कर 1949 के एक्ट में आवश्यक बदलाव कर बोध गया का महा बोधि बुद्ध बिहार का प्रबंधन बौद्धों को सौंपा जाए। हमें पूर्ण विश्वास है कि आप हमारी मांग को अवश्य पूर्ण करेंगे।