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संडे मेघा स्टोरी के 16 वे सीरीज में आज पढ़िए “आरती सिद्धिविनायक की, गौरी सुत श्री गणनायक की l” के लेखक छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र डॉक्टर अशोक आकाश ग्राम कोहंगा टोला (बालोद ) की कहानी

दल्ली राजहरा
सोमवार 19 मई 2025
भोजराम साहू 98937 65541
संडे मेगा स्टोरी में आज रविवार 18 मई 2025 को पढ़िए , बालोद जिले के साहित्यकार कवि एवं लेखक डॉ अशोक आकाश की कहानी !
डॉ.अशोक आकाश पूर्णतः समृद्ध साहित्यकार है, काव्य, आलेख, कहानी उपन्यास लेखन के अलावा ये सुप्रसिद्ध बी.ए.एम.एस.(एएम) चिकित्सक हैं। ये बालोद जिला के ग्राम कोहंगाटोला निवासी हैं l उनकी प्राथमिक शिक्षा ग्राम कोहंगाटोला के सरकारी स्कूल में हुई l माध्यमिक शिक्षा एवं स्नातक इन्होंने शासकीय महाविद्यालय बालोद से किया, यहीं से इन्हें प्राचार्य डॉ.तेजराम दिल्लीवार के निर्देशन में साहित्यिक गतिविधियों में लगातार ईजाफा हुआ।
डॉ अशोक आकाश ने बताया कि पारिवारिक पृष्ठभूमि पूरी तरह साहित्यिक रही, उनके बड़े भैया , मामा जी भी काव्य लेखन करते थे और नाना जी डेली डायरी लिखते थे, उन्हीं से प्रेरणा पाकर डॉ.आकाश जी डायरी लेखन के साथ-साथ कविता भी लिखा करते थे l
31 अक्टूबर 1984 को देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी को उनके ही अंगरक्षकों द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गई थी l प्रियदर्शिनी इंदिरा गॉंधी की प्रथम शहादत दिवस 31 अक्टूबर 1985 दिन गुरूवार को उन्होंने पहली कविता छत्तीसगढ़ी में लिखे थे l
ईमानदार रथे तहू हा,
मौका देख के टॉप देथे।
पोसवा कुकुर हर घलो,
मालिक ला चाब देथे l
यह तो इनकी शुरुआत थी इसके बाद ये हमेशा कविता लिखने लगे साथ ही हर साल डेली डायरी लिखने लगे जिसमें कविताएँ भी होती थी l रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर में अन्तर्महाविद्यालयीन काव्य पाठ प्रतियोगिता, राष्ट्रीय सेवा योजना में पारा गॉंव बालोद में कवि सम्मेलन के बाद पहला मंचीय कार्यक्रम उन्होंने 1 सितंबर 1987 को किसान संघ द्वारा बालोद के कचहरी प्रांगण में दिए थे l जहां लोग उनके काव्य पाठ की बहुत प्रशंसा किये l
उसके बाद लोग बुलाते गए और वह आगे बढ़ते गए अब तक उन्होंने छत्तीसगढ़ के जगदलपुर महासमुंद रायपुर दुर्ग भिलाई बीजापुर सुकमा बारसूर दंतेवाड़ा बिलासपुर कवर्धा बेमेतरा थान खमरिया जांजगीर चांपा रायगढ़ के अलावा बालोद जिला के गॉंव-गॉंव में कई जगह कार्यक्रम दे चुके हैं l छत्तीसगढ़ के बाहर अयोध्या दिल्ली जम्मू कश्मीर भोपाल के भारत भवन में भी इनका काव्य पाठ का कार्यक्रम हो चुका है l
उन्होंने बताया कि काव्य पाठ में आनंद सभी जगह मिलता है लेकिन जहाँ रसिक श्रोता होते हैं वहॉं सबसे ज्यादा आनंद मिलता है l उन्होंने बताया कि अभी तक जितने भी कार्यक्रम दिये है उसमें चारामा, सोंहपुर, केश काल एवं जांजगीर चांपा के श्रोताओं का काव्य पाठ के प्रति ललक उन्हें बहुत पसंद आया l उन्होंने बताया कि मेरी कविता में मनोरंजन और चुटकुले नहीं रहते l मेरी कविता वर्तमान समय के समस्याओं और घटना क्रम के बारे में रहता है l
कई लोग कहते हैं की कोई भी कवि बन सकता है l उसके बारे में मैंन एक कविता के माध्यम से बताना चाहता हूँ-
कोई यूँ ही कवि नहीं बनता,
मन चिंतनरत झंस्कृत पीड़ित,
करुणा का जब स्पर्श करें ।
भावनाओं का ज्वार उमड़ता,
तब मन शब्द उत्कर्ष करे।
कितनी विषम परिस्थियाँ हो,
हिंसक बन के नहीं तनता।
कोई यूँ ही कवि नहीं बनता..
उन्होंने बताया कि भगवान गणेश मेरा आराध्य है उन पर मैं अब तक कई कविताएं लिखा हूँ एवं उन पर हास्य व्यंग्य भी लिखे हैं l जिसे श्रोता सुनकर लोटपोट हो जाते हैं l भगवान गणेश पर लिखी मेरी आरती को लोग मांग कर सुनते भी हैं और गणेश उत्सव में गाते भी हैं l मेरी आरती दल्ली राजहरा के बंग समाज द्वारा प्रकाशित पुस्तक में 2021 में भी छप चुकी है l गणेश दी की आरती इस प्रकार है –
आरती सिद्धिविनायक की,
गौरी सुत श्री गणनायक की l
करुणाकर एक दन्तधारी,
चतुर्भुज देह विकेट भारी l
दया निधि नैन हितकारी,
ललाटे दिव्य तिलक धारी l
बॉंया अंग ऋद्धि दॉंया अंग सिद्धि,
पूजन सुख वृद्धि।
प्रभू नखशिख सुख दायक की,
आरती सिद्धिविनायक की ll
मंचीय कार्यक्रम उन्होंने बताया कि चालीस साल साहित्यिक गतिविधियों में अब तक हजारों कार्यक्रम दे चुके हैं l उनकी सम्मान का लम्बा सिलसिला है जिसमें जिला प्रशासन दुर्ग, जिला प्रशासन बालोद, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग, तत्कालीन म. प्र.शासन द्वारा बालोद मंडी के आयोजन में तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा सम्मान, अजीत जोगी द्वारा सम्मान,जिला अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सभा द्वारा राष्ट्रीय सम्मान, उनके काव्यकला पर एहसास द्वारा सम्मान 2022, उन्हें शहीद दुर्वासा निषाद सम्मान, राज्य स्तरीय सम्मान डॉ.भीमराव अम्बेडकर सम्मान, दिल्ली बुराड़ी से गौतम बुद्ध फैलोशिप से सम्मानित किया जा चुका है l भोपाल भवन में 1993 में कार्यक्रम के दौरान भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है l
सम्मान की कड़ी में अगासदिया प्रेमचन्द सम्मान 2022 में, प्रयास प्रकाशन बिलासपुर द्वारा किन्नर व्यथा लेखन पर सम्मान l
उनकी वृद विमर्श विषयक काव्य सांध्य-दीप, लैंगिक विकलॉंग विमर्श पर आधारित प्रलम्ब काव्य किन्नर व्यथा जो कि डॉ.विनय कुमार पाठक द्वारा प्रकाशित शोध ग्रंथ में प्रकाशित है , रोक दो रक्त तांडव भी प्रलम्ब काव्य है जो कि आतंकवाद और नक्सलवाद की समस्या पर आधारित मार्मिक काव्य है l मदिरालय, “नींव से शिखर तक नारी”, “माँ की गोदी स्वर्ग लगे”, “कुकुरदेव” खण्ड काव्य, “आपरेशन एक्के घॉंव” छ्त्तीसगढ़ी कविता संग्रह, “बालोद जिले का प्राकृतिक स्थल, सॉंस्कृतिक इतिहास देवभूमि एवं व्यक्तित्व” के अतिरिक्त पण्डवानी गायिका डॉ.तीजन बाई की जिन्दगी पर लेखन और उसपर लिखे बने फ़िल्म का स्क्रिप्ट लेखन किया है l
अब तक उन्होंने बच्चों के लिए लिखी गई महान लेखकों की कथा का छत्तीसगढ़ी में अनुवादित कर चुके हैं जिनमें हैं पंचतंत्र नीति शिक्षा , अमर चित्र कथा, तेनालीराम की चतुराई l डॉ.अशोक आकाश छत्तीसगढ़ के माटी से जुड़े साहित्यकार है हम उनकी साहित्यकला के जज्बे का सम्मान करते हैं l
संडे मेगा स्टोरी में बस आज इतना ही आपके पास भी यदि कोई कहानी हो ऐसा कोई शख्स हो जिसे हमारे चैनल के माध्यम से लोगों तक पहुंचा जा सके तो आप अवश्य संपर्क करें !