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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के महामंत्री माधुरी रथ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की समस्याओं एवं मांगों को लेकर एकदिवसीय धरना प्रदर्शन की मांगी अनुमानित l

दल्ली राजहरा
सोमवार 3 मार्च 2025
भोजराम साहू 9893765541
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवंसहायिकाओं की विभिन्न समस्याओं एवं मांगों को लेकर महामंत्री माधुरी रथ ने जिलाधीश महोदय बालोद एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास मंत्रालय जिला बालोद को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के लंबित मांगों एवं अन्य अतिरिक्त कार्य न कराए जाने को लेकर एकदिवसीय धरना प्रदर्शन 7 मार्च 2025 को जिला बालोद के बस स्टेशन में करने की सूचना एवं अनुमति प्रदान करने के लिए पत्र लिखा है l
मांग पत्र की कापी उन्होंने निम्न जगह में भेजी है l जिसमें महामहिम राष्ट्रपति महोदया , माननीय प्रधानमंत्री , महिला एवं बाल विकास विभाग केंद्रीय मंत्री सचिव, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग भारत सरकार , माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन , महिला एवम बाल विकास मंत्री l
मांग पत्र में लिखा है कि , भारतीय मजदूर संघ संबद्ध आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के द्वारा पिछले कई वर्षों से लंबित मांगों को लेकर ज्ञापन पत्रों, धरना, रैली, व अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से लगातार आपको अवगत कराया जा रहा है l किंतु राज्य सरकार व केंद्र सरकार ने हमारी समस्यों पर आज तक सार्थक विचार नहीं किया l जिससे की कार्यकर्ताओं सहायकाओं को गंभीर आर्थिक, मानसिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
हमारी निम्नलिखित मांगों पर जल्द से जल्द विचार करें !
➡️1. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए।
➡️2. शासकीय कर्मचारी घोषित नहीं होने तक श्रम कानून के तहत कार्यकर्ता को न्यूनतम पारिश्रमिक के अनुसार कम से कम 21000/ व सहायिका को 18000 / प्रतिमाह मानदेय भुगतान की जाए।
➡️ 3. सुपरवाइजर के पद पर योग्यता अनुसार शत प्रतिशत कार्यकर्ता व सहायिका को पदोत्रत किया जाए।
➡️ 4. कार्यकर्ताओं को अतरिक्त कार्य न कराई जाए. अगर कराई जाती है तो उस स्थिति में विभागीय कार्यवधि में छूट दी जाए l
➡️ 5 पोषण ट्रेकर ऐप में नया अपडेट हुआ है जिसके अनुसार हितग्राहीगण जिन्हें टी एच आर दिया जाता है,l पहले परिवार से कोई भी ले जाता था लेकिन अब परिवार से किसी एक ही सदस्य का फोटो अपलोड करना है जो की यह न्याय संगत भी नहीं है इसमें बहुत समस्या हो रही है, आगनबाड़ी कार्यकर्ता इस ऑनलाइन काम के वजह से अपने उद्देश्य से भटक चुके है पह कार्यकताओं के लिए मानसिक समस्या बन चुकी है, अर्थात आंगनबाड़ी के मुख्य उद्देश्य को खतरे में डालकर सिर्फ टेक्रिकल एवं मोबाइल ऐप को प्राथमिकता दी जा रही है जिनका आधार नहीं बना पा जिनके पास मोबाइल नहीं, जिनके आधार में नंबर नहीं जुड़े है ओ सभी हितग्राही आंगनबाड़ी की सेवाओं से वंचित हो जायेगे।
➡️ 6. जिस तरह मध्य प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा प्रतिवर्ष 1000 कार्यकर्ता सहायिका के मानदेय में बढ़ोतरी का एग्रीमेंट किया हुआ है , उसे छत्तीसगढ़ में भी वर्तमान सरकार तत्काल लागू करे l साथ ही म. प्र .के तर्ज पर तत्काल छ.ग. के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका की मान देय में बढ़ोतरी की जाए।
➡️ 7. सामाजिक सुरक्षा के रूप में भविष्य निधि ग्रेच्युटी वह चिकित्सा खर्च आदि लागू किया जाए l
➡️ 8. सेवा निर्वित होने पर 10 लाख कार्यकर्ता सहायिका को दिया जाए।