विविध

विश्व पर्यावरण दिवस पर किए गए वृक्षारोपण दिखावा न बने देना होगा इन्हें “सुरक्षा का वचन”

दल्ली राजहरा

शनिवार 7 जून 2025

भोज राम साहू 9893 765 541

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर5 जून को जहां पर्यावरण संरक्षण के नाम पर विभिन्न व्यक्तियों एवं संस्थाओं के द्वारा वृक्षएरोपण किया गया तथा आगामी बरसात के दिनों में भी वृक्षारोपण किया जायेगा l
गत वर्ष प्रधानमंत्री माननीय मोदी जी के आह्वान पर “एक पेड़ मां के नाम ” के नाम से भी वृक्षारोपण किया गया l लेकिन आज देखे तो 1 वर्ष बीत जाने के उपरांत गिने चुने पेड़ ही नजर आ रहे हैं l वृक्षारोपण करना फोटो खिंचवाकर समाचार एवं विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से लोगों तक प्रचार करना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है l लेकिन वृक्षारोपण का सार्थकता तभी है जब आप उसे पौधे से लेकर पेड़ बन जाने तक सुरक्षित कर सके l “एक पेड़ मां के नाम” और “अपने परिजनों के नाम एक पेड़”  के स्लोगन से कई व्यक्तियों और संस्थाओं ने पेड़ लगाए लेकिन आज कितने लोग इस पेड़ को सुरक्षित कर सके हैं l क्या वृक्षारोपण के उपरांत कभी उस पौधे की स्थिति देखने उस जगह पर जा पाए हैं l कि पौधा किस स्थिति में है …? उसे पानी कौन दे रहे हैं…? खाद कौन दे रहा है …? उसे पशुओं से सुरक्षा कौन कर रहा है….? यह भी सुनिश्चित करें l

 

नगर के बीएसपी क्वार्टर हो या अन्य जगहों पर जाकर देखें तो बरसों पुराने लगाए हुए विभिन्न प्रजाति के फलदार पेड़ तक को भी लोग अपने घरों को आकार देने के नाम पर काट रहे हैं l वन विभाग भी इस पर चुप्पी साधे बैठे हुए हैं l वृक्षारोपण का दिखावा करने से अच्छा है आप जीवन में एक ही पौधा लगाइए और उन्हें पेड़ बनने तक सुरक्षित करें l इससे आपके धन और समय की भी बचत होगी l
 वृक्षारोपण का दूसरा पहलू यह भी है कि लोग पेड़ों को बचाने के लिए अपना घरों के आकार भी बदल रहे हैं l दल्ली राजहरा के वार्ड नंबर 8 बीएसपी क्वार्टर में रहने वाले एक अधिकारी के बीएसपी क्वार्टर क्रमांक 151 /B में जाकर देखने से पता चल जाता है l उन्होंने बताया कि आज से 30 वर्ष से पहले उनके पिताजी ने कटहल का एक पेड़ लगाया था l आज वह बड़ा होकर फल देने लगा है l समय के हिसाब से जरूरत पर सामने टीन का सेट लगाना पड़ा लेकिन पेड़ को बचाने के लिए उन्होंने सेट को ही काट कर गोलीई का आकार दे दिया ताकि पेड़ सुरक्षित रह सके l उन्होंने बताया कि पेड़ रहने से घरों में छाया तो मिलता ही है l पेड़ों पर आकर बैठने वाले पक्षियों की चहचहाट से मन को सुकून मिलता है साथ ही पेड़ से ऑक्सीजन मिलता है और पर्यावरण की भी सुरक्षा बनी रहती है l

Bhojram Sahu

प्रधान संपादक "हमारा दल्ली राजहरा: एक निष्पक्ष समाचार चैनल"

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!