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प्रदेश के लिए रोल मॉडल बनी बालोद के श्रीमती श्रद्धा साहू का बर्तन बैंक अब श्रुति फाउंडेशन दुर्ग ने स्थापित की बर्तन बैंक l

दल्ली राजहरा
बुधवार 14 मई 2025
भोजराम साहू 9893765541
कहते हैं की सेवा की भावना बच्चों के संस्कार में बसती है बच्चे जब छोटे हो तब उन्हें संस्कार के माध्यम से जिस रंग रूप में आप ढाले वह बड़े होकर वैसे ही ढल जाते हैं l बच्चों से यदि आप नम्रता और प्रेम से बात करेंगे वे अन्य लोगों से वैसा ही व्यवहार करेंगे यदि आप घर में क्रोध और अब शब्द का उपयोग करेंगे तो बच्चे बाहर ही लोगों से क्रोध और शब्द से बात करेंगे l
बचपन से सात्विक परिवार के रहने वाली प्रेम सद्भावना और जन सेवा से ओतप्रोत बालोद जिला के श्रीमती श्रद्धा साहू एक प्रेरणा स्रोत ( रोड मॉडल ) बनी है वह बतलाती है कि बचपन में संयुक्त परिवार होने के कारण उनके यहां बर्तनों की संख्या आधिक थी l आसपास के लोग मेहमान आने से जरूरत पड़ने पर उनके घर बर्तन मांगने आते थे l और काम होने के बाद लौट भी देते थे l यह बात उनके मन में बैठ गया कि क्यों ना एक बर्तन बैंक की स्थापना की जाए l जिससे लोगों की जरूरत के हिसाब से मदद भी किया जा सके उन्होंने अपनी बात अपने पति एवं परिवार के बीच रखी l सभी ने उनके सकारात्मक सोच को समर्थन देते हुए उनकी मदद की l आज उनकी मदद से बालोद जिले में बर्तन बैंक की स्थापना हुई है l साथ ही अन्य जिले वाले भी उनसे प्रेरित होकर बर्तन बैंक की स्थापना कर रहे हैं l गायत्री परिवार से जुड़ी श्रीमती श्रद्धा साहू बताती हैं उनकी प्रेरणा से कई गांव में भी बर्तन बैंक की स्थापना हो चुकी है तथा प्रदेश के अलावा अन्य जगह से भी उनके इस मुहिम को लोग सम्मान देते हुए बर्तन बैंक की स्थापना कर रहे हैं l उनके इस मुहिम को गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है l
इस बर्तन बैंक से प्रकृति को भी बचाने का काम हो रहा है क्योंकि खाने के लिए थाली के रूप में उपयोग होने वाले प्लास्टिक जो की विघटन ना होकर पशुओं और धरती के लिए हानिकारक होता है , साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है l स्टील के बर्तन से फायदा यह होता है कि आप इसे कई बार उपयोग कर सकते हैं l