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संडे मेगा स्टोरी में आज 5 अक्टूबर 2025 को पढ़िए एक ऐसे युवक की कहानी जो पूरे राष्ट्र को नशा मुक्त कराना चाहता है l

 दल्ली राजहरा सोमवार 6 अक्टूबर 2025 भोजराम साहू 9893765541

महान कवि और लेखक हरिवंशराय बच्चन की एक कविता है !

मंजिल मिले ना मिले_

ये तो मुकदर की बात है!_ 

हम कोशिश भी ना करे

ये तो गलत बात है….

जिन्दगी जख्मो से भरी है.

वक्त को मरहम बनाना सीख लो,

हारना तो है एक दिन मौत से,

फिलहाल जिन्दगी जीना सीख लो !!

इसी कविता को लेकर  लोगों को नशा मुक्ति का बेहतरीन संदेश देने की राह पर  चल पड़़ा  है l तुलसीराम साहू आज उसी की कहानी है .. “संडे मेगा स्टोरी” में अवश्य पढ़ें !

 

संडे मेगा स्टोरी में आज पढ़िए एक ऐसे युवक की कहानी जो पूरे राष्ट्र को नशा मुक्त कराना चाहता है l उनका मानना है कि देश के विकास के लिए नौजवानों के साथ महिलाओं को भी कंधे से कंधे मिलाकर चलना आवश्यक है l इसके लिए सबसे बड़ा अवरोध है नशा ..! नशा चाहे मादक द्रव्य के रूप में हो गोली के रूप में हो या अन्य रूप में l नशा को समाप्त करने और लोगों को छोड़ने के लिए प्रेरित करने एक नशा मुक्ति अभियान चला रहे हैं l यह युवक मूलतः ग्राम चररा (कुरूद ) धमतरी जिला का निवासी है l नाम है इनका तुलसीराम साहू पिता स्व. गैंदा लाल साहू जन्म 2 जनवरी 1991 शिक्षा के बारे में बताएं तो गरीबी स्थिति के कारण ज्यादा पढ़ नहीं पाए मात्र पांचवी तक इन्होंने शिक्षा ग्रहण कर पाए हैं l 

वर्तमान में वह धमतरी में रहकर रोजी मजदूरी काम  करता है और इससे जो आय होती है उसे साइकिल के माध्यम से जाकर लोगों को नशा से दूर रहने के लिए प्रेरित करते हैं l उन्होंने बताया कि वे 2014 से नशा मुक्ति अभियान चला रहे हैं l

 नशा मुक्ति अभियान के बारे में आपने कैसा सोचा तब उन्होंने बताया कि पढ़ाई के दौरान छोटे-छोटे बच्चे बीड़ी सिगरेट गुटका जैसे नशा का उपयोग करते थे l उस दौरान मैंने सोचा कि इस तरह की जो नशा है वह मानव समाज के लिए बहुत घातक है इसे बंद करना आवश्यक है बड़ा होकर मैं नशा मुक्त अभियान चलाऊंगा l इस तरह में बचपन में ही वे एक संकल्प लेकर चल रहे थे l जब भी वे किसी कार्यक्रम या घर परिवार के बीच हुए जाते तो लोगों को नशा से दूर रहने के लिए प्रेरित करते थे l गरीब परिवार होने के कारण उनके पिताजी रोजगार की तलाश में बालोद जिले के ग्राम छेड़िया गांव में गाय बैल चराने ( ग्वाला ) का काम करते थे l प्राथमिक शिक्षा उनकी यही हुई उसके बाद में उनके पिता रोजगार की तलाश में अपने पैतृक स्थान दल्ली राजहरा आ गये l वे अपने पिता के साथ वार्ड नंबर 9 में DAV स्कूल के पास रहते थे l उन्होंने बताया कि छोटे भाई नशा करने के कारण मनोरोगी बन गए थे l किसी तरह उन्हें दलदल से उबारने के बाद वे इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए दल्ली राजहरा से आसपास के ग्रामों में साइकिल से जाकर लोगों को नशा से दूर रहने के लिए प्रेरित करते थे l वह डौंडी महामाया डौंडी लोहारा बालोद तक साइकिल यात्रा कर गांव गांव जाकर लोगों को नशा से बचने और नशा से दूर रहने के लिए बताते थे l

 दल्ली राजहरा के वार्ड नंबर 14 कच्चे दफाई में जब निवास कर रहे थे तब 16 वर्ष की उम्र में सन 2020 में नशा मुक्ति अभियान चलाते हुए छह राज्य छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र मध्य प्रदेश राजस्थान हरियाणा होते हुए पंजाब दिल्ली तक गए थे l दिल्ली के लाल किला और आगरा के ताजमहल में भी वे अपने अभियांन नारी सम्मान को लेकर लोगों को बीच अपने विचार रखने के लिए साइकिल यात्रा कर चूके हैं l

 उन्होंने बताया की देश में महिलाएं को देवी मानकर नारी तु नारायणी की संज्ञा दी जाती है l लेकिन वास्तव में नारी की सम्मान नहीं हो रहा है l महिलाऐं कहीं दहेज के नाम पर तो कहीं लड़की जन्म देने के नाम पर उनकी हत्या हो रही है l उन्हें भी सम्मान के साथ मे जीने का अधिकार होना चाहिये l इस विचार को लेकर वह लाल किला ( दिल्ली ) तक साइकिल यात्रा कर चूके हैं l उन्होंने बताया की वे दिल्ली यात्रा के दौरान पंजाब बॉर्डर में केंद्र सरकर के द्वारा तीन कृषि कानून लगाए जाने के विरोध में किसानों के द्वारा आंदोलन किया जा रहा था उसमें वे सम्मीलित हुऎ l किसानों से भी उन्होंने नशा से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक किया l

2020 में छत्तीसगढ़ के अंदर सात आठ जिला जिसमें धमतरी कांकेर कापसी बैलाडीला बचेली रायपुर ध तक गए l वहा से गरियाबंद आरंग राजनांदगांव जिला में भी जाकर लोगों को नशा से होने वाले दस दुष्परिणाम के बारे में बताते थे l 

 सन 2024 में नशा मुक्ति अभियान को लेकर वे श्री राम जन्मभूमि अयोध्या भी गए l वहां रास्ते में चलते हुए लोगों को नशा से होने वाले नुकसान के बारे में बताते गए l 6 अप्रैल 2025 को हुए पंजाब से व्यास तक साइकिल यात्रा कर लोगों को नशा से दूर रहने l जागरूकता का संदेश देने गए थे l उन्होंने बताया कि इस अभियान से लोग जागरुक भी हुए l  धमतरी जिले सहित कुल 33 जिलों में नशा मुक्ति अभियान चला चुके हैं l

 उन्होंने कहा कि जब तक जीवन है मैं लोगों को नशा के खिलाफ जागरूक करता रहूंगा l नशा से आए दिन होने वाले दुर्घटना मे लाखों लोगों की जान जाती है नशा श्री पुरुषों का ही अधिकार नहीं है नशा के आगोश में महिलाएं भी समेट जा रही है यह नशा शराब बीड़ी सिगरेट तंबाकू करना होकर गुटका और गुड़ाखू से भी हो रहा है l मैं चाहता हूं कि सरकार पूरी तरह से इस तरह के मानव जीवन को और मानव संस्कार को नष्ट करने वाले सामग्री पर प्रतिबंध लगाकर पूर्णता बंद कर दे l हमारे देश के  राजनेता लोग बड़े-बड़े देश में घूम कर देश को विकास होने का संदेश देते हैं कि हमारा देश विकसित देशों में के कतार में खड़ा है l लेकिन वास्तविकता    तो अंदर झांकने से पता चलता है l देश के युवा वर्ग अंदर ही अंदर नशा के गिरफ्तार होने के कारण खोखला होता जा रहा है l युवाओं को नशा दिमक की तरह अंदर ही अंदर खोखला कर  रहा है l राष्ट्र तभी मजबूत होगा जब सही मायने में हम नशा से मुक्त होकर ही इससे आजाद होंगे l तुलसी राम ने कहा कि अगला टूर मेरा नेपाल का होगा जहां नशा मुक्त के लिए मैं अभियान चलाऊंगा l 

संडे मेगा स्टोरी में आज बस इतना ही आपके पास भी ऐसा कोई व्यक्ति हो कोई संस्था हो जिन्होंने समाज हित और देश हित में अच्छा काम किया हो तो उन्हें अवश्य बताएं l उनकी कहानी निशुल्क हमारा दल्ली राजहरा एक समाचार चैनल के माध्यम से लोगों के बीच रखा जाएगा l

Bhojram Sahu

प्रधान संपादक "हमारा दल्ली राजहरा: एक निष्पक्ष समाचार चैनल"

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