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भीषण रथ पर अब मिलता नहीं है शकुन ! अव्यवस्था के साथ असामाजिक लोगाें का बना अड्डा ..!

दल्ली राजहरा बुधवार 8 अक्टूबर 2025 भोजराम साहू 98937 65541

पूर्व मुख्य महाप्रबंधक एस के साहा की परिकल्पना के रूप में निर्मित कृष्ण अर्जुन भीष्म रथ की गरिमा अब धीरे-धीरे धूमिल होती जा रही है l एक समय था जब लोगों की भीड़ वहां सुबह शाम लगी रहती थी l बंगाली समाज द्वारा निर्मित कालीबाड़ी (काली मां मंदिर ) के समीप स्थिति यह भीष्म अर्जुन कृष्ण रथ ऊंची पहाड़ियों पर बना हुआ है l जहां पर आप खड़े हो जाएं तो पूरे दल्ली राजहरा की मनमोहक दृश्य आपके सामने नजर आता है l भोर का समय हो या सूर्यास्त का समय पहाड़ियों के बीच से सूर्य का निकलना और पहाड़ी के बीच में जाकर सूर्य का अस्त जाना l सूर्योदय और सूर्यास्त का दोनों ही दृश्य यहां से देखते ही बनता है l तत्कालीन महाप्रबंधक यस के साहा की परिकल्पना कृष्ण अर्जुन भीष्म रथ को मूर्त रूप दिया था अंकुश देवांगन ने l जहां राजहरा खदान समूह से निकलने वाले वेस्ट मटेरियल से 2 साल की अथक मेहनत के बाद यह रथ तैयार हुआ था l इस रथ का निर्माण कलचुरी कालीन शैली में किया गया है l जिसकी लंबाई 80 फीट ऊंचाई 61 फीट और चौड़ाई 24 फीट रखा गया है l 

इस रथ का परिकल्पना महाभारत के समय होने वाले युद्ध के दृश्य को देखकर ली गई है l जहां इस युद्ध में वासुदेव श्री कृष्ण ने युद्ध में भाग न लेकर युद्ध न करने का प्रण लिया था l और भीष्म पितामह ने कहा था कि मैं आपको हथियार उठाने के लिए मजबूर कर दूंगा l भक्त और भगवान की भूमिका इस रथ में दर्शाया गया है l वे अर्जुन के सारथी के रूप में भूमिका निभाने की बात कही थी l कुरुक्षेत्र में महाभारत युद्ध में अर्जुन का सारथी बने भगवान श्रीकृष्ण और भीष्म पितामह का रथ आमने-सामने होता है उस समय भीष्म पितामह पांडवों के सेना पर कहर बरपा रहे थे l युद्ध में अर्जुन के रथ का पहिया टूट जाता है l अर्जुन का रक्षा करने के लिए भगवान कृष्ण ने उसका रथ का पहिया उठाकर भीष्म पितामह को मारने के लिए दौड़ते हैं l महाभारत के इस परिदृश्य को अर्जुन भीष्म कृष्ण रथ के रूप में उकेरा गया है l

रथ बनाकर नगर को सौपने का काम तो तत्कालीन महाप्रबंधक ने कर दी लेकिन इसे सजाने संवारने और बेहतरीन बनाने का काम पुर्व नगर पालिका अध्यक्ष शिबू नायर ने लाखों की लागत और अपने अथक प्रयास के बाद किया है l रथ के आसपास उन्होंने एंगल से घेरा बनाकर नीचे पेवर ब्लॉक लगाए है l व्यू पाइंट में आने वाले लोगों के बैठने के लिए बेहतरीन कुर्सी का इंतजाम किया गया है l रथ तथा उनके चारों तरफ गोल्डन पेंट लगाएं हैं ताकि लोग दूर से रथ का नजारा देख सके l विद्युत साज के साथ-साथ परिसर को सजाने का भी बेहतरीन काम किया है l उनका जो प्रयास है दल्ली राजहरा को सुंदर बनाने का एक सराहनी कार्य है l उन्होंने साथ ही रथ के पास 100 फीट ऊंचे लोहे निर्मित पाइप लगाया गया है l जहां दोनो राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस पर गणमान्य नागरिकों के द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है l लंबाई चौड़ाई और ऊंचाई का सामंजस ऐसा बनाया गया है कि बहुत दूर तक राष्ट्रीय ध्वज का नजारा देखने को मिलता है l रथ के पास यदि आप सुबह और शाम को जाते हैं तो वहां पहाड़ों की ओर से बह कर आने वाली ठंडी हवा शहर के कोलाहल से दूर शांत वातावरण और मन को संतुष्टि और शरीर की थकान दूर करता है l 

लेकिन वर्तमान स्थिति बहुत ही खराब नजर आ रही है l शरारती तत्वों के द्वारा रथ में तोड़फोड़ किया जा रहा है तो वहां चढ़कर कूदना मौज मस्ती करना कोई बड़ी बात नहीं है l सजावट के लिए लगाए गए बिजली के सामानों के साथ तोड़फोड़ की गई तो वहां लगे विद्युत बोर्ड को भी तोड़फोड़ कर उसे छेड़छाड़ किया गया है l बैठने के लिए नगर पालिका की ओर से लगाए गए लोहे के चेयर को भी तोड़ चुके हैं l
शाम को अधिकतर वहां पर बैठकर शरारत करने वाले की आवाज हमेशा आती रहती है l सुबह घूमने जाने वालों को शिकायत रहती है कि यहां आस-पास शराब की बोतल भी पड़ी रहती है शराब पीने वालों की आवाज आसपास उगने वाली झाड़ियां से अब रथ और, व्यू प्वाइंट का नजारा देखने आने वाले लोगों को भी डर बना रहता है l झाड़ियां के बढ़ जाने के कारण दल्ली राजहरा का दिखने वाले बेहतरीन नजारा अब नहीं दिख पाता l अब सिर्फ बबुल बेर के कटीले झाड़ी ही रथ के आसपास से देखने को मिलता है l

मौसम परिवर्तन की वजह से कल मंगलवार सुबह इस सीजन का पहला कोहरा का दबदबा था l सुबह 5.30 बजे ही कोहरा हल्का नजर आया जो धीरे-धीरे करके 6. 00 बजे शहर को अपने आगोश में समेट लिया l जहा शहर के बाहर क्षेत्र में लगभग 6.30 बजे तक चारों तरफ कोहरा ही कोहरा नजर आ रहा था l शहर के अन्दर जबकि स्थिति सामान्य था l कोहरे की वजह से लौह नगरी दल्ली राजहरा किसी पर्वतीय प्रदेश जैसा नजर आ रहा था l ऐसा लग रहा था कि पूरा शहर किसी पर्वतीय स्थल में परवर्तीत गया हो l 

कल सुबह एक व्यक्ति ने फोटो साझा करते हुए बताया कि दल्ली राजहरा का मौसम आज कोहरा से ढका होने के कारण बच्चों को ले जाकर वहां दिखाने का मन हुआ l जब जाकर वहां देख तो आसपास उगने वाले कटीले झाड़ियां से पूर्व की तरह दिखने वाले दल्ली राजहरा का व्यू पॉइंट बच्चों ने कुछ भी ना देख पाया बच्चों में मायूसी नजर आई l 

व्यू प्वाइंट लोगों के बीच फिर से आकर्षण का केंद्र रहे इसके लिए बीएसपी नगर प्रशासक, नगर पालिका परिषद और खासकर दल्ली राजहरा के आम जनता को जागरूक होना पड़ेगा किसी भी सार्वजनिक सामानों की छेड़खानी ना करें l दल्ली राजहरा को लोगों के सामने बेहतरीन पेश करें ! बाहर से घूमने आने वाले लोग भी रथ को देखने के लिए जरूर आते हैं उन्हें लगे की राजहरा एक बेहतरीन और शिक्षित , जागरूक लोगों का शहर है l

Bhojram Sahu

प्रधान संपादक "हमारा दल्ली राजहरा: एक निष्पक्ष समाचार चैनल"

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