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“संडे मेंघा स्टोरी में आज रविवार 15 दिसंबर 2024 को पढ़िए संपूर्ण विश्व को परमपिता शिवकी संप्रभुता मानने वाली संस्था प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की विशेषता की कहानी l “

दल्ली राजहरा

रविवार 15 दिसंबर 2024

भोज राम साहू 9893765541

 

संडे मेंघा स्टोरी में आज रविवार 15 दिसंबर 2024 को पढ़िए संपूर्ण विश्व को परमपिता शिव की संप्रभुता मानने वाली संस्था प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की विशेषता की कहानी

 

अंतरराष्ट्रीय संस्था प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थापना गीतांजलि भवन दल्ली राजहरा में 1995 में हुआ है l वर्तमान में नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने 2005 से 30 वर्षों से लोग यहां पर आकर सुखद अनुभव करते हैं l

राजहरा में संस्था के प्रमुख ब्रम्हा कुमारी पुर्णिमा दीदी जी बताती है कि इस संस्था से जुड़े उन्हें 40 वर्ष हो गए हैं l राजहरा में वे 27 वर्षों से संस्था की बागडोर संभाल रही है l उन्होंने बताया की शिवरात्रि में शिवपरत्मा का ईश्वरीय संदेश एवं नवरात्रि पर्व में चैतन्य देवियों की झांकी लगा कर लोगों को जाग्रति करने का काम करते हैं l उन्होंने बताया की सुबह मेडिटेशन का समय ब्रह्म मुहूर्त 4:00 बजे से 5:00 बजे तक है l यहाँ क्लास में आध्यात्मिक ज्ञानवर्धक बातें जो जीवन में परिवर्तन के लिए आवश्यक है, सिखाया जाता है l शाम को 6:30 बजे से 7:30 बजे तक राजयोग मेडीटेशन होता है एवं राज योग शिविर में सुबह 8:00 बजे से 10:00 के बीच एवं शाम 7:00 से 8:00 के बीच होता है l यह सब निशुल्क सिखाया जाता है l

यहां (ब्रह्मा कुमारी संस्था) में मूल्य आधारित शिक्षा दी जाती है जो की मानव को देव तुल्य बनाती है। जो की परिवार ,समाज, देश एवं विश्व कल्याण मे सहयोगी सिद्ध होंगे। यह ज्ञान स्वंभू (स्वयम भूमि पर आने वाले ) शिव परमात्मा द्वारा ब्रह्मा मुख से उच्चारे गए है। जो की सभी धर्मों में स्वर्ग, जन्नत, परिस्तान आदि -आदि नामो से जाने जाते है।

उन्होंने बताया कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय संस्था का उद्देश्य मानव जीवन में सुख शांति की प्राप्ति के लिए संस्थाकार , परिवर्तन के लिए तथा संस्कारों को श्रेष्ठ बनाने के लिए बाल नैतिक शिक्षाओं का भी आयोजन किया जाता है l आप गृहस्थ में रहकर पारिवारिक जीवन को भी सुखमय एवं शांतिपूर्ण बना सकते हैं l

उन्होंने बताया कि कोई भी विद्यालय में दो प्रकार के संबंध होते हैं, एक है गुरु शिष्य का संबंध और दूसरा है, विद्यार्थियों के बीच मित्रता का संबंध l परंतु केवल ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ही एक ऐसा है l जहां परमात्मा शिव और उनके विद्यार्थियों के बीच पिता संतान का संबंध और विद्यार्थियों के बीच आपस में भातृतवां का संबंध होता है l वहां विद्यार्थी संगठन को यूनियन कहा जाता है लेकिन यहां इस निराले विद्यार्थी संगठन को देवी परिवार कहा जाता है l जो एक अद्वितीय और अलौकिक कुटुंब है l

हमारी जिंदगी एक बूमरैंग के समान है ,जिसे आकाश में फेंका जाए तो वह फेंकने वाले के पास ही वापस आता है l इसलिए आप अगर दूसरे से अच्छाई की आशा करते हैं तो पहल भी आपको ही करनी पड़ेगी l

हमारी संस्था में आप मेडिटेशन के जरिए मानसिक शारीरिक थकान , मन में उठने वाले अवांछित तरंगे को भी मेडिटेशन के माध्यम से आप दूर कर सकते हैं आप एकाग्र होकर परमपिता शिव में से जुड़कर एक नई ऊर्जा और शक्ति का संचार कर अपने पारिवारिक जीवन को सुख में बना सकते हैं l

इस आध्यात्म की जलती हुई मशाल लेकर हम सभी इस लौह नगरी को स्वर्ण नगरी बनाने का प्रयास करें ! इस भारत भूमि को पवित्र बनाना हमारा परम कर्तव्य एवं फर्ज है अर्थात हमे धरती को स्वर्ग बनाना है l धरती को कलयुगी सृष्टि से सतयुगी सृष्टि बनाने के लिए निराकार परमात्मा शिव जो की सर्व आत्माओं की परमपिता है l उनका अवतरण “इस भारत भूमि पर हो चुका है l आप ईश्वरीय सत्ता को सुनकर अपना भाग्य अवश्य बनाएं , उस परमात्मा को पहचाने l यही मेरे आज आप सभी के लिए दिल से शुभकामनाएं एवं संदेश है l आप इस आध्यात्मिक ज्ञान को जीवन में उतर कर सक्षम हो जाओ ताकि आपके जीवन में आध्यात्मिक शक्ति आत्मा में भरे और आत्म जागृति पैदा हो !

संचालिका

ब्रह्माकुमारी पूर्णिमा

ज्ञानांजलि भवन दल्ली राजहरा

Bhojram Sahu

प्रधान संपादक "हमारा दल्ली राजहरा: एक निष्पक्ष समाचार चैनल"

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