राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद नई दिल्ली प्रतिवर्ष बच्चों के लिए राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी आयोजित करती है तथा राष्ट्रीय स्तर पर पश्चिमी भारत विज्ञान मेला एवं विज्ञान नाटिका प्रतियोगिता का भी आयोजन विभिन्न स्तरों पर किया जाता है। जिसके अंतर्गत जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन शासकीय आदर्श कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बालोद में संपन्न हुआ जिसमें सेजेस कुसुमकसा अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा ।
विज्ञान प्रदर्शनी का मुख्य विषय विकसित और आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत उप विषय मनोरंजन गणित मॉडलिंग में शाला का छात्र मयंक नायक ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। विद्यार्थी प्रोजेक्ट प्रतियोगिता में छात्रा आयुषी साहू ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा विज्ञान क्लब में पंकज कुमार का चयन हुआ। शिक्षकों द्वारा निर्मित शिक्षण सहायक सामग्री ( टी एल एम ) प्रतियोगिता में शाला के व्याख्याता तामसिंग पारकर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
प्राचार्य सुनीता यादव ने चयनित सभी विद्यार्थियों तथा मार्गदर्शक शिक्षक सोनल गुप्ता और चयनित व्याख्याता तामसिंग पारकर को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ऐसे विज्ञान प्रदर्शनियो से अपेक्षा की जाती है कि छात्र तथा अध्यापक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास तथा नए अनुसंधानों द्वारा समाज में प्रगति लाने एवं उन्हें पोषित करने में मानव प्रयासों के सभी पहलुओं पर विचार करेंगे जिससे जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके। डॉ भूपेंद्र मिश्रा अध्यक्ष प्रबंध समिति ने कहा कि स्वस्थ और संपोषी समाज को बनाए रखने के लिए वैश्विक मुद्दों पर विवेचनात्मक सोच विकसित करने तथा नए उपायों को तलाशने में इन बाल वैज्ञानिकों की भूमिका सराहनी है। संजय बेस पूर्व जनपद सदस्य कुसुमकसा ने कहा कि ऐसे प्रदर्शनियां सीखने को व्यावहारिक रूप देती है, जिससे वैज्ञानिक अवधारणाओं को समझना आसान हो जाता है। यह छात्रों में छिपी हुई वैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करती है और उनकी जिज्ञासा को जगाती है। योगेंद्र कुमार सिन्हा भाजपा मंडल अध्यक्ष ने चयनित बाल वैज्ञानिकों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए भविष्य के प्रति दूरदर्शी संवेदनशील एवं जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
चयनित व्याख्याता तामसिंग पारकर ने शिक्षण सहायक सामग्री के महत्व को बताते हुए कहा कि टीएलएम प्रदर्शन से छात्रों के सीखने की प्रक्रिया में सुधार होता है। शिक्षा अधिक मजेदार, आकर्षक और प्रभावी होती है। यह शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। संभाग स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रतियोगिता में चयन होने पर सरपंच वेदबाई पिस्दा, उप सरपंच नीतिन जैन, मनीष जेठवानी, अनिल सुथार, डॉ नसीम खान, नईम कुरैशी, पंकज जेठवानी, पीटीआई लक्ष्मण गुरुंग, शेष कुमार कोसमा तथा व्याख्याता गण संदीप नायक, आमोद त्रिपाठी, सरिता पांडे,रानू सोनी ,शिवम गुप्ता ,प्रियंका सिंह ,नदीम खान ,त्रिशाला नोनहारे, भावना यादव, पूजा रात्री यामिनी नेताम ,यशेष रावटे आदि ने बाल वैज्ञानिकों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।