चोरी का बड़ा मामला सुलझा: पुलिस ने लाखों के जेवरात और नकदी की बरामदगी की

दल्लीराजहरा थाना क्षेत्र में एक बड़ी चोरी की घटना सामने आई है। महेंद्र प्रताप मौर्य ने शिकायत दर्ज कराई कि उनके घर से लाखों रुपये के गहने और नकदी चोरी हो गए हैं। इस घटना में चोरों ने मुख्य दरवाजे को तोड़ने का असफल प्रयास किया, लेकिन बाद में घर के कमरे की एस्बेस्टस शीट को तोड़कर अंदर प्रवेश किया और गहने व नगदी लेकर फरार हो गए। चोरी की घटना के बाद पीड़ित परिवार ने राजहरा थाने में इसकी सूचना दी, जिस पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।
चोरी हुए सामान की जानकारी:
चोरी किए गए सामान की सूची:
1. सोने का हार – लगभग 19 ग्राम, मूल्य 1,10,000 रुपये
2. मंगलसूत्र – लगभग 12 ग्राम, मूल्य 52,000 रुपये
3. सोने की चेन – लगभग 11 ग्राम, मूल्य 40,000 रुपये
4. बिंदीया – लगभग 3 ग्राम, मूल्य 15,000 रुपये
5. सोने की जेंट्स अंगूठी – लगभग 8 ग्राम, मूल्य 40,000 रुपये
6. मंगलसूत्र लाकेट – लगभग 4 ग्राम, मूल्य 15,000 रुपये
7. सोने की नथ – लगभग 2 ग्राम, मूल्य 13,000 रुपये
8. सोने का लटकन (एक जोड़ी) – लगभग 6 ग्राम, मूल्य 30,000 रुपये
9. सोने का झुमका (एक जोड़ी) – लगभग 9 ग्राम, मूल्य 40,000 रुपये
10. झुमका (एक नग) – लगभग 5 ग्राम, मूल्य 20,000 रुपये
11. सोने का डोरला – लगभग 1 ग्राम, मूल्य 7,000 रुपये
12. मंगलसूत्र (एक नग) – लगभग 10 ग्राम, मूल्य 50,000 रुपये
13. मंगलसूत्र (एक अन्य नग) – लगभग 8 ग्राम, मूल्य 40,000 रुपये
14. सोने का कंगन (एक जोड़ी) – लगभग 20 ग्राम, मूल्य 1,20,000 रुपये
15. चांदी का पायल (एक जोड़ी) – लगभग 267 ग्राम, मूल्य 16,000 रुपये
16. चांदी का पायल (एक जोड़ी) – लगभग 19 ग्राम, मूल्य 7,000 रुपये
17. चांदी का पायल (एक अन्य जोड़ी) – लगभग 31 ग्राम, मूल्य 1,500 रुपये
18. चांदी का ब्रेसलेट – लगभग 51 ग्राम, मूल्य 3,000 रुपये
19. चांदी की बिछिया (एक जोड़ी) – लगभग 10 ग्राम, मूल्य 700 रुपये
20. अंगूठी (चांदी की) – लगभग 7 ग्राम, मूल्य 400 रुपये
21. नकद राशि – 3,000 रुपये
कुल मिलाकर चोरी किए गए सामान और नगदी की कीमत 6,23,600 रुपये आंकी गई है।
पुलिस जांच और कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया। पुलिस अधीक्षक एस.आर. भगत के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार जोशी और नगर पुलिस अधीक्षक डॉ. चित्रा वर्मा ने तत्काल एक जांच टीम गठित की। निरीक्षक सुनील तिर्की, थाना प्रभारी राजहरा, ने टीम का नेतृत्व किया और अपराधियों की तलाश में जुट गए।
मुख्य संदिग्ध और पूछताछ
जांच के दौरान पता चला कि उत्तम देशमुख उर्फ पदरू, जो दो महीने पहले ही जेल से रिहा होकर आया था, इस मामले में संदेहास्पद हो सकता है। प्रार्थी महेंद्र प्रताप ने बताया कि चोरी के कुछ दिन पहले ग्राम जुंगेरा में मीरा दतार बाबा मजार पर उनकी मुलाकात उत्तम देशमुख से हुई थी, जिसने बातों-बातों में उनके रुकने के बारे में पूछताछ की थी।
घटना के क्रम को जोड़ते हुए उत्तम देशमुख को पूछताछ के लिए थाने लाया गया। पूछताछ में उत्तम ने अपने साथी देशमुख यादव के साथ मिलकर इस चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली। उसने बताया कि घटना की रात (11-12 नवंबर 2024) में वे दोनों महेंद्र प्रताप के घर पहुंचे थे। मुख्य दरवाजे को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन जब दरवाजा नहीं टूटा, तो उन्होंने कमरे की एस्बेस्टस शीट तोड़कर अंदर प्रवेश किया और गहनों के साथ नगदी चोरी कर ली।
चोरी किए गए सामान की बरामदगी
उत्तम देशमुख ने स्वीकार किया कि उसने चोरी के सभी गहनों को अपने घर की अलमारी में छिपाकर रखा था और नगदी में से 1500 रुपये खर्च कर दिए थे। शेष 1500 रुपये उसने अपने साथी देशमुख यादव को दे दिए थे। पुलिस ने उत्तम देशमुख के घर की तलाशी ली, जहां से चोरी किए गए गहनों को बरामद कर लिया गया। इसके अलावा, देशमुख यादव से भी नगदी के 1500 रुपये बरामद किए गए।
सराहनीय भूमिका
इस पूरे मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी और चोरी के गहनों की बरामदगी में राजहरा थाना के निरीक्षक सुनील तिर्की, सउनि सूरज साहू, कांताराम घिलेन्द्र, आरक्षक मनोज साहू, छन्नू बंजारे, शेरअली, योगेश सिन्हा, प्रवीण राजपूत, सुरेन्द्र देशमुख, और गिरधर साहू ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी तत्परता और सूझबूझ से ही मामले का खुलासा हो पाया और चोरी किए गए सामानों को वापस लाने में सफलता मिली।
पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से पीड़ित परिवार ने राहत की सांस ली है और स्थानीय लोगों में सुरक्षा को लेकर विश्वास बढ़ा है।