विधानसभा और लोकसभा चुनाव में धोखा खा चुके धोतीम टोला तहसील डौंडी के ग्रामीणों ने की त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बहिष्कार !

दल्ली राजहरा
सोमवार 17 फरवरी 2025
भोजराम साहू 98937 65541
➡️ विधानसभा और लोकसभा चुनाव कभी ग्रामीण बहिष्कार कर चुके हैं लेकिन शासन के मनाने पर वे मान गए थे और मतदान किया l
➡️ मांग बस इतना है कि उनके ग्राम पंचायत में पंचायत कर्मी में बैठे l
➡️ ग्राम में 450 है मतदाता है ग्राम में l
➡️ हाई कोर्ट के आदेश को भी नहीं माने अधिकारी l
बालोद जिला के डौंडी तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत धोतीमटोला के ग्रामीणों ने आज त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बहिष्कार कर दिया l आपको बता दें कि राज्य शासन द्वारा सभी ग्राम पंचायत में पंच सरपंच जिला सदस्य एवं जनपद सदस्य का चुनाव किया जा रहा है l लेकिन ग्राम धोतीम टोला वासियों ने शासन के रवैया से तंग आकर चुनाव बहिष्कार कर दिया है l चुनाव बहिष्कार का कारण पूछने पर ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में एक ही ग्राम पंचायत सालहे हुआ करता था l जनसंख्या में वृद्धि को देखते हुए सन 2014 में सालहे से अलग कर ग्राम पंचायत का दर्जा धोती टोला को दिया गया l ग्रामवासी खुश थे कि अब हमारे क्षेत्र का भी विकास होगाl ग्राम में पंचायत भवन के लिए रकबा क्रमांक 591/1 को चयनित कर भूमि पूजन किया गया l जिसमें भूमि पूजन में पियूष सोनी जनपद सीईओ पुनीत राज सेन एवं सरपंच निलेश कुमार दारू टोला के द्वारा किया गया l
भवन निर्माण के लिए रेत , गिट्टी और ईट भी वहां पर लाकर रख दिया और निव का काम चालू हो गया l लेकिन इसके विरुद्ध पंचायत भवन का निर्माण ग्राम दारू टोला में कर दिया गया l जिसका विरोध ग्रामीणों ने किया उसके बावजूद भवन का निर्माण दारू टोला में किया गया l सरकार के इस काम से ग्रामवासी नाराज हो गए और गांव वालों ने कलेक्टर ऑफिस एसडीएम एवं पंचायत सीईओ के पास स्टे लगाया l ग्राम वासियों ने बिलासपुर हाईकोर्ट में भी स्टे लगाया जहां हाईकोर्ट ने तत्कालीन कलेक्टर सारांश मित्तल को निराकरण के लिए सौपा l कलेक्टर ने एक सप्ताह के अंदर भवन का काम चालू करने और अलग से पंचायत बनाने की बात हाई कोर्ट में स्वीकार की लेकिन हाई कोर्ट के आदेश का भीपालन नहीं हुआ और दारू टोला में भवन बन गया l ग्राम वासी उच्च अधिकारियों के इस काम से नाराज हो गए और विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया l बहिष्कार को देखते हुए शासन प्रशासन ने ग्राम वासियों पर दबाव बनाया l नहीं मानने पर अनुभागीय अधिकारी ने पंचायत सचिव रोजगार सहायक को तीन दिन सोम मंगल और बुध ग्राम धोतीम टोला में बैठने का आदेश दिया l तब ग्राम वासियों ने मतदान किया लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद किसी ने अधिकारियों की बात नहीं मानी l ग्राम वासी ठगे से रह गये l फिर कुछ दिन बाद लोकसभा चुनाव 2024 आया ग्राम वासियों ने फिर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया l इस समय ग्राम वासी को मनाने एसपी डीएसपी स्तर के अधिकारियों आए तथा 4 जून 2024 तक पंचायत भवन का लोकार्पण करने की बात कही एवं तीन दिन कर्मचारियों की बैठने के बाद भी उनके समक्ष स्वीकार की गई थी l उस समय अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक ने ग्राम वासी को लिखित में दिया था उसका भी अभी तक पालन नहीं हुआ उन्होंने कहा था कि जन समस्या शिविर लगाकर परिसीमन कर अलग करके 10 जून पंचायत भवन का लोकार्पण करेंगे l
ग्राम वासी बड़े स्तर के अधिकारियों की बात को माना और लोकसभा चुनाव में सरकार का मदद की लेकिन फिर वही हुआ जो होना था ग्राम वासी को फिर से बेवकूफ बनाया गया l
बार-बार शासन प्रशासन आकर चुनाव के समय गांव वाले को बरगलाने का काम कर रहे हैं l
प्रशासन की इस तरह के काम से ग्राम वासियों की सहनशक्ति भी खत्म हो गई और अंत में थक हार का ग्रामीणों ने त्रिस्तरी पंचायत चुनाव का बहिष्कार कर दिया l
शासन ने फिर से ग्राम वासियों को मनाने के लिए अपने स्तर पर कोशिश की लेकिन दो बार धोखा खा चुके ग्रामीणों ने स्पष्ट कह दिया कि अबकी बार हम लोगों ने आपके झांसे में नहीं आएंगे तथा जब तक ग्राम पंचायत का काम धोतीमटोला में चालू नहीं होगा चुनाव बहिष्कार रहेगा l
हार कर चुनाव अधिकारी बूथ को दारू टोला में ले गए लेकिन 550 की जनसंख्या वाले ग्राम धोतीम टोला में जहां 450 के लगभग मतदाता है l धोतीमटोला निवासी कोई भी वोट डालने के लिए ग्राम दारू टोला नहीं गए l
अब देखना यहां है कि प्रशासन ग्राम वासी को मनाने के लिए क्या करती है या उनकी बात को जायज मानते हुए ग्राम धोतीमटोला में पंचायत कर्मियों को बैठाने का काम करती है l