कार्यक्रम में जय मां भवानी रामधुनी पार्टी भंवरमरा के नकुल राम विश्वकर्मा ने राजा दशरथ के द्वारा श्रवण कुमार की अनजाने में की गई हत्या के संबंध में प्रसंग पर अपना व्याख्यान दिया l उन्होंने बताया की मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के पिता राजा दशरथ शिकार की तलाश में जंगल में घूम रहे थे l जब प्यास लगी तब उन्होंने पानी पीने के लिए नदी की ओर गए वहां पर अपने अंधे माता-पिता को चार धाम यात्रा कराने के लिए श्रवण कुमार कांवर में लेकर जा रहे थे l तभी माता पिता को प्यास लगने पर उन्होंने तुमरी में पानी लेने के लिए नदी में गए l इधर राजा दशरथ पानी पीने के लिए नदी के पास गए थे पेड़ के ओट में श्रवण कुमार पानी भर रहे थे l राजा दशरथ ने श्रावण कुमार के पानी भरने की आवाज को किसी हिरण ( मृग ) की पीने की आवाज समझ कर तीर चला दी l तीर सीधे श्रवण कुमार को लगा और वे घायल हो गए l राजा दशरथ जब श्रवण कुमार के पास गए तो उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ l उनसे माफी मंगा तो श्रवण कुमार ने कहा की मेरे माता-पिता प्यासे बैठे हैं lउनको पानी पिला दिजिए इतना कह कर वे प्राण त्याग दिये l जब राजा दशरथ ने श्रवण कुमार के माता-पिता को पानी पिलाने के लिए गए तो जानकारी मिलते ही राजा दशरथ को श्राप दिया की जिस तरह हम लोगों ने आज अपने पुत्र वियोग में प्राण त्याग रहे हैं l उसी तरह आप भी पुत्र वियोग में प्राण त्यागोगे ईस कथा को उन्होंने बहुत ही मार्मिक और नाट्य रुपांतर ढंग से सुनाया है l जिससे वहा बैठे दर्शकों के आंखों में भी आंसू आ गये l
दल्ली राजहरा, दंतेश्वरी वार्ड क्रमांक 18 ( राजाबाड़ा) में कल 15 अगस्त को संपन्न हुआ l रामसत्ता एवं रामायण प्रतियोगिता का आयोजन आज से 60 वर्ष पूर्व सन 1960 में स्व. शिवदयाल चंद्राकर के द्वारा की गई थी आयोजक समिति के अध्यक्ष कांतिलाल बघेल ने बताया कि जब दल्ली राजहरा में माइंस की शुरुआत हुई l तब लोग रोजगार के लिए यहां पर आकर बस गए l भगवान राम के प्रति आस्था और समर्पण ने लोगों को ग्राम अंचल में होने वाले रामायण और रामसत्ता के प्रति आकर्षित किया l गांव की संस्कृति को काम की तलाश में आए राजहरा में भी लेकर आ गए l तब से आज तक वार्ड वासियों ने स्वर्गीय शिवदयाल चंद्राकर के द्वारा शुरुआत की गई रामायण और रामसत्ता के कार्यक्रम को प्रतियोगिता के रूप में लेकर आज भी जारी रखे हुए हैं l
स्वर्ण जयंती के अवसर पर इस वर्ष 13, 14 एवं 15 अगस्त 2025 को तीन दिवसीय भव्य रामायण तथा रामधुनी महोत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया गया । यह आयोजन 13 अगस्त दोपहर 02 बजे से प्रारंभ होकर 15 अगस्त को संपन्न । स्वर्ण जयंती के 60 वॉ वर्ष में छत्तीसगढ़ के सुप्रसित्र युट्यूब चैनल के रामायण व रामधुनी मंडलियां अपनी प्रस्तुति दिये ।
“रामधुनी उत्सव समिति” केअध्यक्ष कान्तिलाल बघेलउपाध्यक्ष मुनेश्वर निर्मलकर मनी चन्द्राकर सचिवअशोक श्रीवास कोषाध्यक्ष रिखीराम कोष उपकोषाध्यक्ष भोलेश्वर साहू है l
इस आयोजन में रामनाम शिव भजन मंडली दल्ली राजहरा ,जय बजरंग मित्र मानस परिवार ग्राम: कोटागांव (डौण्डी), जय मां सरस्वती मानस परिवार ग्राम: भिमपुरी, जि. बालोद राजहंस मानस परिवार ग्राम: सोनसायटोला जिला अंबा.जय माँ भवानी रामधुनी मंडली ग्राम: भंवरमला, जि. बालोद श्री राम जानकी रामधुनी मंडली ग्राम: भर्रीटोला, जि. बालोद लोकनृत्य रामधुनी परिवार ग्राम: तुमड़ीकसा (घोटिया) जि. बालोद जय मां दुर्गेश्वरी रामधुनी मंडली ग्राम: ढ़ोरीठेमा (डौण्डी) जि. बालोद (छ.ग.) जय मां दन्तेश्वरी रामधुनी मंडली दल्ली राजहरा, जय अम्बे आदर्श रामधुनी मंडली ग्राम: कोकान साल्हे, जि. बालोद जय मां शारदा लोककला रामधुनी मंडली ग्राम: भैसबोड़, जि. बालोद (छ.ग.) श्री हनुमंत रामधुनी मंडली ग्राम: बोदाछापर (कुरुद), जि. धमतरी ने प्रस्तुति दीl