शिक्षक का कार्य केवल कक्षा में शिक्षा तक सीमित नहीं रहता बल्कि विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन देते हुए विभिन्न पाठ्य सहगामी गतिविधियों के माध्यम से उनका सर्वांगीण विकास करना भी शिक्षक का दायित्व होता है। ऐसे ही निष्ठा लगन एवं शिक्षा के प्रति समर्पण से अपने विशिष्ट पहचान बनाने वाले व्याख्याता तामसिंग पारकर सेजेस कुसुमकसा के व्याख्याता को बीआईटी ऑडिटोरियम दुर्ग में आयोजित मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण 2025 के तहत ‘ शिक्षा श्री’ उपाधि से मुख्य अतिथि गजेंद्र यादव शिक्षा मंत्री छत्तीसगढ़ शासन, विजय बघेल सांसद लोकसभा दुर्ग तथा ललित चंद्राकर उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक एवं अन्य पिछड़ा आयोग विकास प्राधिकरण छत्तीसगढ़ शासन के कर कमलों से सम्मानित किया गया।
‘ शिक्षा श्री तामसिंग पारकर ‘ व्याख्याता (भौतिक शास्त्र) ने शिक्षा में नवाचार , स्वास्थ्य, साक्षरता ,महिला सशक्तिकरण, छात्र व्यक्तित्व विकास शैक्षणिक गुणवत्ता विकास, व्यक्तित्व परिष्कार तथा सामाजिक परिवर्तन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। विद्यार्थियों को प्रेरित करना उनका मार्गदर्शन करना और छात्रों को उनके पूर्ण क्षमता तक पहुंचने में मदद कर असाधारण कार्य किया। इस लोकप्रियता शैक्षणिक गतिविधियों के कारण संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग ने उन्हें मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण ‘ शिक्षा श्री ‘ का सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया गया।
तामसिंग को कर्मठ एवं बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी शिक्षक के रूप में जाना जाता है । ‘ शिक्षा श्री’ सम्मान का श्रेय पिता नरोत्तम पारकर, माता मुन्नी बाई ,पत्नी देवंतीन पारकर व्याख्याता सेजस चिखलकसा को देता है । पंद्रह वर्षों की शिक्षा की कार्यकाल में शिक्षा विभाग में अपनी प्रतिभाओं को समर्पण भाव से उकेरने व संवारने का जो प्रयास किया है निश्चित ही अनुकरणीय है। एक असाधारण अध्यापक अपने अध्यापित विषयों में सत्य प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में चहुंमुखी विकास के पथ पर मार्ग प्रशस्त करने हेतु सदैव अग्रणी रहता है। साथ ही साहित्य सेवा कवि हृदय की समरसता की उत्पत्ति भावनाओं ने साहित्य श्रृजेता शिक्षक को अब तक उनके इस योगदान के लिए राष्ट्रीय शिक्षा शिल्पी की उपाधि, सृजन गौरव अलंकरण , उत्कृष्ट नवाचारी शिक्षक सम्मान, कर्मवीर शिक्षक सम्मान, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम शिक्षा अवार्ड, डॉ राधाकृष्णन शिक्षक अवार्ड, छत्तीसगढ़ रत्न सम्मान, अक्षर प्रेरणा सम्मान, विराट काव्य सम्मान आदि अनेक सम्मान पत्र एवं अलंकरण विभिन्न प्रतिष्ठानों और मंचों से नवाजे जा चुके हैं।
शैक्षिक व सह शैक्षिक के रूप में सदैव नित नए आयाम को लेकर नई उम्मीद की किरणें बिखरते रहे निरंतर आगे बढ़ते रहे इन्हीं असीम स्नेह के साथ जिला शिक्षा अधिकारी योगदास साहू, डी पी कोसरे, सहायक का परियोजना समन्वयक लेख राम साहू, रोहित कुमार सिंह विकासखंड शिक्षा अधिकारी, जेएस भारद्वाज पूर्व विकासखंड शिक्षा अधिकारी डौंडी , पंकज सोनी एटीएल जिला प्रभारी, सी डी मानिकपुरी प्राध्यापक महाविद्यालय बालोद, संजय बेस पूर्व जनपद सदस्य कुसुमकसा, मंजू बैंस जनपद सदस्य कुसुमकसा, योगेंद्र सिन्हा भाजपा मंडल अध्यक्ष कुसुमकसा,वेद बाई पिस्दा सरपंच कुसुमकसा , डॉक्टर भूपेंद्र मिश्रा अध्यक्ष शाला प्रबंधन समिति, अनिल सुथार अध्यक्ष व्यापारी संघ ,मनीष जेठवानी सांसद प्रतिनिधि, नितिन जैन उप सरपंच कुसुमकसा, दीपक यादव,डॉ नसीम खान, श्रीमती सुनीता यादव प्राचार्य, अरुण कुमार साहू प्राचार्य, प्रदीप नायक प्राचार्य,धर्मेंद्र कुमार श्रवण शिक्षा श्री, राजेश मेश्राम , लक्ष्मण गुरुंग, डॉ कपीश पांडे दिनेश कुमार साहू,समस्त व्याख्याता गण तथा समस्त ग्राम वासियों ने बधाई दी।