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टिकेंद्र कुमार साहू (परीक्षेत्रीय अध्यक्ष कुसुम कसा ) के नेतृत्व में भव्य शोभा यात्रा निकालकर मनाया गया ” भक्त मां कर्मा महोत्सव एवं पारिवारिक मिलन समारोह ” l

दल्ली राजहरा
मंगलवार 15 अप्रैल 2025
भोजराम साहू 9893765541
दिनांक 13 अप्रेल रविवार को परिक्षेत्रीय साहू समाज कुसुमकसा के द्वारा ग्राम कुसुमकसा मे आसपास के 12 गांव के साहू समाज के द्वारा परिक्षेत्रीय मां कर्मा जयंती एवं पारिवारिक मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया l इस कार्यक्रम के विशेष अतिथि माननीय भोजराज नाग ( सांसद लोक सभा कांकेर ) मुख्यअतिथि पवन साहू ( पूर्व अध्यक्ष भाजपा जिला बालोद ) विशेष अतिथि तोरन लाल साहू अध्यक्ष (नगर पालिका परिषद दल्ली राजहरा) जीतेन्द्र साहू ( उपाध्यक्ष जिला साहू संघ बालोद ) निलीमा श्याम ( जिला पंचायत सदस्य ) सोमेश साहू (अध्यक्ष तहसील साहू संघ डौण्डी ) भोज कुमार साहू ,हिंसा राम साहू ,योगेंद्र सिंह द्रोपती साहू ( महिला प्रकोष्ठ जिला साहू संघ बालोद ) युवराज साहू (अध्यक्ष तहसील साहू संघ दल्ली राजहरा ) कांती बाई साहू एव मिथलेश साहू (उपाध्यक्ष परिक्षेत्र साहू समाज लिम्हाटोला ) थे l
इस कार्यक्रम मे प्रातः 9 बजे भव्य कलश यात्रा निकाली l 11:00 दीप प्रज्वलन एवं दोपहर 12:00 साहू समाज के आराध्य देवी संत शिरोमणि भक्त मां कर्मा एवं कृष्ण भगवान की पुजा और महाआरती किया गया l दोपहर 2:00 बजे अतिथि आगमन एवं अतिथि स्वागत हुआ l
स्वागत भाषण परिक्षेत्रीय साहू समाज कुसुम कसा के टिकेंद्र कुमार साहू ने दिया l
अपने स्वागत उद्बोधन में अपनी ओर से विचार रखें l उन्होंने कहा समाज के किसी भी व्यक्ति के बेटे या बेटी अंतर जाति विवाह करता है तो उसे अपने पैतृक संपत्ति से वंचित रहना चाहिए lसमाज को नई दिशा देने के लिए नव युवको को समाज में जगह मिलना चाहिए l
मुख्य वक्ता के रूप मे
🔅जीतेन्द्र साहू ( उपाध्यक्ष साहू संघ जिला बालोद ) 🔅
जिसने अपने जोशीले अंदाज मे समाज मे नशा से मुक्त समाज और शादी में अतरिक्त खर्चा से बचने के लिए समाज को प्रेरित किया l उन्होंने कहा कि नशा करने से
समाज में बिखराव आता है परिवार में आंतरिक कलह होती है तथा बच्चों का भविष्य भी बर्बाद हो जाता है l शादी विवाह में दिखावे की परंपरा को त्याग कर एक संयम के साथ विवाह करना चाहिए l बारात और चौथीया की संख्या सीमित होनी चाहिए तथा भोजन व्यवस्था और दिखावे की सजावट को सीमित करके शादी के खर्चे को कमी लाई जा सकती है l
🔅 पवन साहू जी🔅(पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष एवं मुख्य सलाहकार प्रदेश साहू संघ)
ने अपने भाषण में सामाजिक बुराई को हटाकर नए पीढ़ी को समाज से जुड़ने के लिए प्रेरित किया l जिसमें प्रमुख रूप से शादी विवाह में साड़ी एवं कपड़ा देने की परंपरा को खत्म करने के लिये कहा l माताओ और बहनों को पति की मृत्यु हो जाने के पर भी शादी में मौर सौपने या अक्षरा ( आचल )देने में प्राथमिकता देने की बात कही l साथ ही पति की मृत्यु हो जाने पर चूड़ी घर में उतारने के लिए समाज से अनुरोध किया l
🔅युवराज साहू 🔅(अध्यक्ष तहसील साहू संघ दल्ली राजहरा )
ने कहा कि पार पाघर से हमारा समाज का शुरुआत होता है जो प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचता है l गांव हो या शहर हो बच्चों को रचनात्मक कार्य की ओर ध्यान दिलवाएं l उन्हें रक्तदान शिविर कैरियर संबंधी शिविर लगा कर जोड़ें तथा समाज के अंतिम पंक्ति तक के लोगों को जोड़कर समाज को आगे बढ़ाने में प्रयास करें l आपके आसपास समाज के एसे लोग होंगे जिन्हें रोटी कपड़ा मकान और स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होगी l उन्हें आप अपने स्तर पर मदद कर आगे बढ़ाने की कोशिश करें l घर परिवार में कम से कम एक समय का भोजन परिवार सहित मिल कर करें l उससे दिन भर की गतिविधियों को आपको जानने का अवसर मिलेगा l बड़ों और बच्चों के साथ विचारों का आदान-प्रदान होगा और बच्चों के मन में संस्कार पैदा होगा l यह संस्कार समाज को आगे बढ़ाने में बहुत लाभदायक होगा l
🔅तोरण लाल साहू🔅 ( अध्यक्ष नगर पालिका दल्ली राजहरा )
ने कहा कि समाज को संगठित करने के लिए सबसे पहले युवाओं युवतियों तथा महिलाओं को समाज के गतिविधियों में जोड़ें l उन्हें समाज में पदाधिकारी बनाकर जिम्मेदारी दे l जिससे वे समाज के नियमों आदि के बारे में जान सकेंगे l प्रत्येक गांव और परिक्षेत्र में युवती मंच बनाएं l ये आगे बढ़ेगी तो अपने घर परिवार में सामाजिक एकता का संदेश पहुंच सकेंगी l समाज एक मंदिर का रूप होता है जिस तरह मंदिर से आने के बाद परिवारों के बीच बटता है इस तरह समाज के अच्छे बातों को आप अपने बच्चों को सिखाएं उससे बच्चों में संस्कार आएगी l
🔅द्रोपती साहू🔅
(सचिव महिला प्रकोष्ठ जिला साहू संघ बालोद ) ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें प्रत्येक वर्ष भक्त माँ कर्मा महोत्सव कराना चाहिए l कार्यक्रम से हमें समाज के बच्चों महिलाओं और पुरुषों सबको जोड़ने का अवसर मिलता है तथा कार्यक्रम के माध्यम से पार पाघर से लेकर परिक्षेत्र तहसील और प्रदेश के पदाधिकारी की जानकारी मिलती है l बच्चों के प्रतिभाओं को आगे आने का भी सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से अवसर मिलता है l प्रवीण सूची में आने वाले बच्चों को समाज के द्वारा पुरस्कृत किया जाता है जिससे अन्य बच्चों को भी आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिलता है l