दल्ली राजहरा बुधवार 6 अगस्त 2025 भोज राम साहू 9893765541
भिलाई महिला समाज की 68वीं वर्षगांठ दिनांक 4 अगस्त को कला मंदिर, भिलाई में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। यह आयोजन भिलाई महिला समाज (BSP) द्वारा आयोजित किया गया था, जिसकी स्थापना आज ही के दिन श्रीमती नलिनी श्रीवास्तव जी द्वारा की गई थी। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ की कुलपति प्रो. (डॉ.) लवली शर्मा।
इस आयोजन में भिलाई सहित अन्य शहरों के महिला समाज की टीमों ने भी अपनी-अपनी प्रस्तुति दी, जिनमें दल्ली राजहरा महिला समाज की प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र रही।
🌿 ➡️🔥🌺प्रकृति संरक्षण पर आधारित विशेष प्रस्तुति🌺🔥⬅️
दल्ली राजहरा महिला समाज की महिलाओं ने प्रकृति संरक्षण पर आधारित एक शानदार नृत्य प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने निम्नलिखित महत्वपूर्ण संदेश दिएl:
👉अधिक से अधिक ऊर्जा बचाएंl
👉पानी का संरक्षण करेंl
👉प्लास्टिक का उपयोग कम करेंl
👉पेड़ लगाएं और उनका संरक्षण करेंl
👉गीले और सूखे कचरे को अलग कर रिसाइक्लिंग को बढ़ावा देंl
👉समाज में पर्यावरणीय जागरूकता फैलाएं l
इनके प्रदर्शन को भिलाई की सैकड़ों महिलाओं ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सराहा।
प्रस्तुति देने वाली टीम की प्रमुख सदस्याएं:अध्यक्ष: श्रीमती रेखा सिंह गहरवार,उपाध्यक्ष: श्रीमती शीला प्रकाश ,सचिव: श्रीमती मिनोती बास्के श्रीमती मेघा कापरे श्रीमती प्रभा सिंह श्रीमती प्रतिमा सिंह श्रीमती आशालता मजगहे श्रीमती उषा रामटेके श्रीमती शिल्पा जशवाल, श्रीमती शालिनी राय, श्रीमती प्रियंका देवांगन l
इस डांस प्रस्तुति की कोरियोग्राफी डी-मैक दल्ली मॉडर्न आर्ट क्लब के मिलन और विजय बोरकर द्वारा की गई थी।
विजय बोरकर ने बताया कि यह प्रस्तुति लगभग 15 दिनों की मेहनत और अभ्यास का परिणाम है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य सिर्फ प्रस्तुति देना नहीं, बल्कि समाज को प्रकृति के प्रति जागरूक करना भी था।
➡️ राजहरा महिला समाज अध्यक्षा श्रीमती रेखा सिंह गहरवार ने बताया⬅️
समाजसेवा में अग्रणी दल्ली राजहरा महिला समाज केवल सांस्कृतिक गतिविधियों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वे समाजसेवा में भी सदैव आगे रहते हैं l
👉शिक्षा हेतु ज़रूरतमंद बच्चों को कॉपी-किताबें, पेंसिल आदि वितरित करना l
👉 बाल मंदिर स्कूल का संचालनl
👉मसाला निर्माण (हल्दी, मिर्च, धनिया पाउडर) की फैक्ट्री के ज़रिए महिलाओं को रोज़गार देनाl
lयह प्रस्तुति न केवल दल्ली राजहरा महिला समाज के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि यदि सभी मिलकर प्रयास करें तो पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक विकास एक साथ संभव है।