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“संडे मेगा स्टोरी” में रविवार 7 सितंबर 2025 के अंक में “मानव सेवा के साथ पशु सेवा” में भी सहयोग दे रहे बेनू राम साहू की कहानी..!

 दल्ली राजहरा सोमवार 8 सितंबर 2025 भोज राम साहू 9893765541

संडे मेगा स्टोरी में रविवार 7 सितंबर 2025 के अवसर पर मानव सेवा के साथ पशु सेवा में भी योगदान दे रहे बेनू राम साहू ग्राम नर्रा जिला बालोद की कहानी …!

आपको बता दें बेनू राम साहू जो कि वर्तमान में रेल्वे विभाग में रेलगाड़ी में पायलट की नौकरी करते हैं l उनके पैतृक निवास झलमला से घोटिया रोड में प्रसिद्ध रानी माई मंदिर के पास ग्राम नर्रा है l जो कि जिला मुख्यालय बालोद से 15 किलोमीटर की दूरी पर है l वह किसान परिवार से संबंध रखते हैं l प्राथमिक शिक्षा ग्राम में तथा मिडिल स्कूल के लिए बरही तथा हाई स्कूल पढ़ाई डौंडी के मॉडल स्कूल में पूरा किया l कॉलेज की पढ़ाई कभी ड्रॉप तो कभी प्राइवेट के रूप में पूरा किया l 

आईटीआई पढ़ाई के लिए रामपुर मंदसौर जिला गए l साथ में जीविकोपार्जन के लिए रोजी मजदूरी वे करते थे l आईटीआई करने के बाद बीएसपी में जॉइनिंग के लिए कॉल तो आया लेकिन रिटर्निंग होने के बावजूद भी उन्हें जॉइनिंग नहीं मिला l इसी बीच में रेल्वे की परीक्षा दी और रेल्वे में असिस्टेंट ड्राइवर के रूप में उन्हें 2001 में नौकरी मिली l वे रेल्वे सेवा की शुरुआत गुट्टीकल (आंध्र प्रदेश ) से किया l कई विभाग की प्रक्रिया से गुजरते हुए 2007 से 11 तक दल्ली राजहरा में अपनी सेवा दी l फिर भिलाई तीन पदुमनगर के पास पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास के पड़ोसी के रूप में वह निवासरत हैं l

🔥🌺 सामाजिक कार्य की प्रेरणा🌺🔥

हर व्यक्ति की कार्य करने के लिए किसी ना किसी प्रेरणा या कोई घटना की आवश्यकता होती है l उन्होंने बताया कि सामाजिक कार्य की प्रेरणा उनके पिताजी से मिली ,उनके पिताजी जनसंघ के कार्यकर्ता थे l वह बालोद में बंसीसेठ ,लोकेंद्र यादव , चुन्नीलाल , लक्ष्मीनारायण के साथ राजनीतिक पार्टी से जुड़े थे l वर्तमान में प्रसिद्ध रानी माई मंदिर उन्हीं के सहयोग से निर्मित हुआ है l

➡️🔥🌺सेवा की शुरुआत कैसे हुई l🌺🔥⬅️

बंसीलाल साहू ने बताया कि 2004 में पिताजी पैरालिसिस के शिकार हो गए थे l उन्हें इलाज के लिए शहीद अस्पताल लाया l तब उन्होंने सोचा कि अस्पताल बहुत ही बेहतरीन कार्य कर रहा है l कम से कम पैसे में लोगों का इलाज क्या होती है अस्पताल में आए हुए मरीज अधिकतर गरीब स्तर के होते हैं क्यों ना यहां कुछ ना कुछ सहयोग किया जाए l तब उन्होंने 2018 में लगभग 100 कंबल का दान किया l यह उनकी शुरुआत थी सन 2019 में लोकसभा चुनाव के समय कोंडागांव विधायक भीमा मंडावी का चुनाव प्रचार के समय सुकमा जिले के आसपास नक्सलियों ने बम विस्फोट के जरिए हत्या कर दी थी l उस समय विधायक के साथ उनके पांच सुरक्षा गार्ड PSO भी शहीद हुए थे l जिनमें एक उनके गांव के छगन कुलदीप नाम का सुरक्षा गार्ड भी शामिल था l उन्होंने उनके परिवार और गांव वाले की सहमति से स्मारक बनाने के लिए सरकार से पत्र व्यवहार किया l लेकिन सरकार की ओर से कुछ भी सहयोग नहीं मिला तब उन्होंने एक विकल्प सोचा l गांव में जितने भी सरकारी कर्मचारी हैं सभी का संगठन बनाया और उनके बीच स्मारक बनाने की बात रखा l गांव वाले ने 5 डिसमिल जमीन स्मारक के लिए आवंटित की l

सभी सरकारी कर्मचारियों के बीच इन्होंने स्मारक बनाने की बात रखी जिससे सभी ने सहमति दी l प्रत्येक कर्मचारीयो ने ₹2000- ₹2000 की सहयोग दिए l उन्होंने बताया कि हमारे छोटे से गांव में 55 सरकारी कर्मचारी हैं जिसमें से 40 लोग वर्दी धारी हैं l जिनमें कोई आईटीबीटी एसएफ बीएसएफ सीआईएफ मिलिट्री जैसे सरकारी सेवारत हैं l हम लोगों ने अंकुश देवांगन के सहयोग से 8:30 फीट ऊंचा स्मारक बनाए हैं l इतना बड़ा स्मारक पूरे प्रदेश में कहीं पर नहीं मिलेगा l तब क्षेत्र की विधायिका संगीता सिन्हा की मदद से स्मारक के सामने गार्डन बनाने के लिए ₹3 लाख की राशि स्वीकृत हुआ l

➡️🔥🌺धार्मिक सेवा कार्य🌺🔥⬅️

उन्होंने बताया कि नवरात्रि के समय प्रसिद्ध रानीमाई मंदिर में सन 2008 से हर वर्ष प्रसाद के लिए एक क्विटल इलायची दाना का सहयोग करते हैं l मंदिर परिसर मे भगवान शिव के मंदिर के पास ₹40 हजार की लागत से 2021 में टाइल्स लगवाए हैं तथा सन 2023 में ₹40 हजार रुपए की लागत से वाटर कूलर लगवाएं हैं ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को पीने का साफ और ठंडा पानी मिल सके l गंगा मैया मंदिर प्रांगण में ₹2 लाख का सहयोग उनके द्वारा किया गया l जहां पर एक वाटर कूलर तथा मंदिर परिसर के बाई ओर धर्म मंच के बगल में नवरात्रि पर्व पर पूरी सब्जी बाटा जाता है l वहां पर इन्होंने सेट का निर्माण करवाए हैं l

➡️🔥🌺सामाजिक सहयोग🌺🔥⬅️

बेनू राम साहू साहू समाज से संबंध रखते हैं l उन्होंने बताया कि परिक्षेत्र साहू समाज झलमला का भवन निर्माण के लिए उन्होंने ₹50 हज़ार की सहयोग राशि दी l जिला साहू संघ बालोद में भवन निर्माण के लिए ₹50 हज़ार का सहयोग किया l भिलाई तीन में तहसील साहू संघ में कमरा निर्माण हो रहा था l उसके लिए उन्होंने ₹55 हजार की राशि दी l जिसमें एक कमरा को बेनू राम साहू भवन के नाम से समाज वालों ने रखा हुआ है l

➡️🔥🌺गांव में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन🌺🔥⬅️

गांव के खिलाड़ियों को मैराथन दौड़ के लिए नागालैंड राज्य स्तरीय खेल में जाने के लिए यूनिफॉर्म सेट जूता वगैरह का सहयोग किया l

➡️🔥🌺गर्मी में प्याऊ घर का सहयोग🌺🔥⬅️
गर्मी के दिनों में राहगीर प्यासे ना हो इसके लिए उन्होंने नेशनल हाईवे में दो जगह रेल नगर चौक और सिरसा गेट चौक पर प्याऊघर खोलते हैं l दोनों जगह पर तीन माह तक सेवादार की तनाव रखते हैं l तथा एक चौक पर 8 से 10 तथा दूसरे पर 18 से 20 मटके रहता है l सेवादार का वेतन स्वयं देते हैं l
➡️🔥🌺अस्पताल परिसर में निशुल्क भोजन में भी रहता है इनका सहयोग 🌺🔥⬅️

राजधानी रायपुर के एम्स अस्पताल के सामने ए माँ भोजन समिती है l जिनका मुख्य संचालक केके अग्रवाल हैं l उनके नेतृत्व में वहां आने वाले मरीज एवं उनके परिवार को निशुल्क भोजन की व्यवस्था रहती है l उसमें भी उन्होंने बताया कि प्रतिदिन सुबह उठकर मां अन्नपूर्णा को प्रणाम करता हूं और मैं इक निश्चित राशि इस समिति के खाते में सहयोग करता हूं यहां पर प्रतिदिन मरीज एवं उनके के परिवार परिवार को भोजन देते हैं जो प्रतिदिन दोपहर 12:30 से 4:00 तक सुबह एवं रात्रि 8:30 बजे तक दाल चावल सब्जी के रूप में भोजन देते हैं l जिसमें सुबह के समय 500 से 600 लोग तथा शाम को 300 से 400 लोग भोजन करते हैं l उसमें भी मेरा सहयोग रहता है मैं इसमें पिछले 3 साल से जुड़ा हूं l बच्चों के जन्मदिन के अवसर पर विशेष रूप से मैं सहयोग करता हूं l जो हम अन्य उत्सव के लिए बाहर खर्च करते हैं वह हम लोग यही लोगों के भोजन में खर्च करते हैं l प्रतिदिन की सहयोग राशि लगभग ₹ 5000 से ₹11000 रुपए की होती है उस दिन का भोजन उनके नाम से दर्ज होता है l जिसमें राशि के हिसाब से खीर पुरी पापड़ सलाद चावल दाल एवं अन्य विशेष रूप से भोजन करने वालों को देते हैं l सभी को बैठाकर थाली में सम्मान के साथ भोजन कराते हैं l

उन्होंने कहा मैं किसी के आस्था को चोट नहीं पहुंचता लेकिन यह मेरा अपना विचार है हम लोग विभिन्न पर्व पर भोग भंडारा करते हैं l जिनको 15-20 मिनट के अंदर भोजन सुविधा मिल सकता है l भोजन हम उन्हीं लोगों को खिलाते हैं जो घर में जाकर खाना खा सकता है l कई लोग जबरदस्ती फॉर्मेलिटी निभाने के लिए भंडारे में बैठ जाते हैं चलो आ गए हैं तो प्रसाद ले ले l आप एक दिन एक घंटा के लिए जब हम भोजन बाटते हैं तो भोजन बांटने वाले कतार में खड़े हो जाइए और वहां देखिए की भूख की लालसा क्या होती है और भूख क्या होती है य़ह पता चल जाएगा …! भोजन की जरूरत किसको है यह इस जगह में पता चलता है l जब कोई व्यक्ति दूर दराज यहां से 200 से 300 किलोमीटर दूर से कोंडागांव जगदलपुर सुकमा नगरी सिहावा जैसे क्षेत्र से आते हैं l और वह भी 10 से 12 घंटे की सफर करके और वह व्यक्ति मरीज के पास रहते हैं जहां स्थित ऐसा रहता है कि मरीज को लंबा समय तक छोड़कर दूर किसी होटल में जा नहीं सकते l उनके जेब में पैसा रहता है कि नहीं यह भी बहुत बड़ी समस्या रहता है l लेकिन पैसा के साथ-साथ समय भी बहुत कम रहता है l उनके पास में भोजन निशुल्क मिलन बहुत बड़ी उपलब्धि होता है , उनके लिए यह सहयोग बहुत मायने रखता है l वास्तव में जरूरतमंद अस्पतालों में रहते हैं यह एक बहुत बेहतरीन सेवा है l जहां ऊपर वाले ने मुझे जोड़कर रखा l

➡️🔥🌺छात्रा बिटिया भी करती है सहयोग l🌺🔥⬅️

उन्होंने बताया कि मैंने अपने बच्चों को भी जन सेवा के लिए प्रेरित किया है l मेरी बेटी जो अभी छात्रा है l पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समय वहां आने वाले विभिन्न अधिकारी कर्मचारी सुरक्षा गार्ड जो होते थे उन्हें रक्षाबंधन पर सभी को राखी बांधती थी और सभी को मिठाई भी देते थे l वह इसलिए कि वे सभी अपना घर परिवार छोड़कर रक्षाबंधन जैसे पर्व में सेवा में लगे थे l उन्हें अपने बहनों की कमी ना हो इसलिए बिटिया राखी बांधती थी l

➡️🔥🌺पशु सेवा में भी बेनूराम साहू है अग्रसर 🌺🔥⬅️

अब समय बदल गया है इस बार राखी पर हम लोगों ने नया तरीका इजाद किया और आसपास सड़क में बैठे गोवंश को रेडियम की पट्टी बांधे थे कि दूर से आते हुए वाहन चालक को वह देख सके और दुर्घटनाग्रस्त ना हो l घायल पशुओं के लिए बनी संस्था राम कुटीर है जो कि सिरसा चौक से चार-पांच किलोमीटर की दूरी पर है l वहां पर घायल पशुओं को ले जाकर इलाज किया जाता है वहां पर भी हम लोग पशुओं के लिए भोजन की व्यवस्था करते हैं l दाना चोकर आदि के लिए नगद राशि भी निरंतर वहां पर देते रहते हैं l
रेल्वे में ड्यूटी रहता है जो कि हमारी ड्यूटी एक निश्चित समय नहीं रहता l फिर भी समय निकालकर मैं सेवा करता हूं l

➡️🔥🌺एक चमत्कारीक घटना जहा माँ अन्नपूर्णा स्वयं भोजन करने पहुंची l🌺🔥⬅️

उन्होंने बताया कि मैंने अपने जीवन में पहली बार एक ऐसी घटना देखी जिसे कभी नहीं भूल पाऊंगा l मेरी बेटी रायपुर में पढ़ती है कभी लाने या ले जाने के लिए मुझे रायपुर जाना पड़ता है और ड्यूटी के उपरांत जब खाली समय मिलता है तब मैं रायपुर भोजन बांटने में सहयोग करने के लिए चला जाता हूं l एक दिन कि बात है हमारे संचालक महोदय के .के. अग्रवाल जी किसी कारणवश बाहर गए थे l भोजन का समय खत्म समाप्त हो गया था l लगभग 8:30 बजे के एक व्यक्ति खाना मांगने के लिए एक व्यक्ति आया l हम लोगों ने बोला कि खाना खत्म हो गया है वह फिर चला गया l थोड़ी देर बाद दो लड़की आई एक की उम्र लगभग 8 साल तथा दूसरे का लगभग 10 से 11 साल की रही होगी उन्होंने कहा कि अंकल अंकल खाना है l हम लोगों ने बताया कि खाना खत्म हो गया है दोनों बच्चे मायूस हो गए l पता नहीं उनके चेहरे में क्या था हम लोगों को मन में कई भाव उत्पन्न हुए कि बच्चे कितने दूर से आए हैं उनके पास पैसा है कि नहीं , उनके साथ उनके परिजन भी भूखे रह जाएंगे l कई सवालों के बीच फिर पता नहीं उनकी चेहरा देखकर हमारा दिल गवारा नहीं किया l उनसे कहा कि 10-15 मिनट रुको हम लोग व्यवस्था करते हैं l

तब उनके लिए दाल चावल को खिचड़ी के रूप में बनाकर हम लोगों ने दिए जब दोनों भोजन कर रहे थे तो उनके चेहरे और उनकी आंखों को देखकर महसूस हुआ की भूख क्या होती है.? भोजन करने के बाद बचा हुआ भोजन उन्हें हम लोग पैक करके दे दिए l थोड़ी दूर चलने के बाद हम लोगों को पायल की आवाज आई , जैसा कोई पायल पहनकर छम छम करते हुए चल रहे हैं l थोड़ा देर और दूर जाने के बाद दोनों बच्चे ने मुस्कुराकर पीछे मूंडकर देखा l हम लोग उन्हें देख ही रहे थे अचानक दोनों आंखों से ओझल हो गए l एक बार सभी चौंक गए और एक दूसरे को देखते रह गए l ऐसा महसूस हुआ कि माँ अन्नपूर्णा हमारे परीक्षा लेने के लिए आई थी l जब हम लोगों ने हमारे संचालक महोदय को इस विषय में जानकारी दिए तब उन्होंने कहा 6 साल की सेवा का प्रतिफल आज हमें देखने मिला l ऊपर वाले किसे किस रूप में भेज देंगे यह हम कभी नहीं कह सकते l जिस दिन हमारे सामने से कोई भूखा जायेगा उस दिन से हमारा पूरा मेहनत बेकार हो जाएगा l उसके बाद से हमारा प्रयास रहता है कभी कोई भूखा ना रहे इस तरह की सेवा के साथ-साथ मुझे आनंद भी मिलता है और मनको तृप्ति भी मिलती है l
वास्तव में एक कहावत है भगवान मंदिर में नहीं उन जरूरतमंद लोगों के बीच बसता है सेवा करनी है तो ऐसी जगह सेवा करिए जहां मानव पक्षी और पशु को लाभ मिल सके l अपने आप को तृप्ति मिल सके l बेनू राम साहू जी की सेवा परमार्थ की सेवा है “हमारा दल्ली राजहरा निष्पक्ष समाचार चैनल” की ओर से उनकी सेवा को सम्मान देते हैं !

 

संडे मेगा स्टोरी” आज बस इतना ही…l

Bhojram Sahu

प्रधान संपादक "हमारा दल्ली राजहरा: एक निष्पक्ष समाचार चैनल"

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