संडे मेघा स्टोरी में आज गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2025 को पढ़िए कारगिल विजय के सैनिकों को सम्मान देने के लिए हमारे दल्ली राजहरा क्षेत्र के दो सैनिकों राजकुमार साहू और एक हवलदार VSM कोमल सिह मंडावी की कहानी

दल्ली राजहरा
रविवार 26 जनवरी 2025
भोज राम साहू 9893 765541
संडे मेघा स्टोरी में गणतंत्र दिवस के अवसर पर आज रविवार 26 जनवरी 2025 को देश सेवा की रक्षा में अपना जीवन दाव लगाने कारगिल युद्ध के सैनिकों की कहानी l
आपके सामने है आज की पहली कहानी है राजकुमार साहू वार्ड नंबर 21 दल्ली राजहरा की कहानी जो 1999 फरवरी में देश सेवा की शुरुआत बेंगलुरू की एएससी सेंटर साउथ बैंगलोर में की l सेना में 24 वर्ष सेवा दिये जहां पर उनकी पोस्टिंग शांबा सेक्टर , उधमपुर , बरमूला , दिल्ली , लखनऊ , देहरादून , बिनागुड़ी , औरंगाबाद , मे सेवा दिए l
सेवा के दौरान उनके बहुत बड़ी उपलब्धि में कारगिर युद्ध जो ऑपरेशन विजय के नाम से मशहूर है l जिसे पाकिस्तान के साथ 1999 और 2000 के बीच में हुआ था l ऑपरेशन चंद्रवंशी जिसमें आर्मी के तीनों फोर्स थलसेना, नौसेना और एयर फोर्स का जॉइन अभ्यास में 1995 में सम्मिलित हुए l
सर्विस के दौरान आर्मी कमांडर सदन कमांड के द्वारा उच्च कार्य के लिए प्रशंसा पत्र एवं मैडल प्रदान किया गया है l वे 2015 में एसीपी नायब सूबेदार के रूप में सेवानृत्य हुए l
सेवानिवृत होने के बाद पूर्व सैनिक सेवा संघ जिला बालोद का गठन किया और अध्यक्ष पद पर रहते हुए जिले के युवाओं को देश प्रेम की भावना जागृत करते हुए जिले के डौंडी , डौंडी लोहरा , चिखली , दल्ली राजहरा , बालोद, कनेवाड़ा भोथली , जुगेरा , मंगचुवा एवं कुसुमकसा में युवक एवं यूवतियों को सेना में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित करने निशुल्क प्रशिक्षण का आयोजन किया गया l जिसमें उनके प्रशिक्षण उपरांत अब तक 125 से 150 युवक एवं यूवतियों का सेना में चयन हो चुका है l
आगामी समय में पुनः परीक्षा के बाद दल्ली राजहरा में निशुल्क प्रशिक्षण होगा l
उन्होंने बताया कि पूर्व सैनिक सेवा संघ द्वारा बच्चों को खेल में प्रोत्साहन करने के लिए कलारीपट्टू , ताइक्वांडो और वुसू के नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया गया l जिसमें बच्चों ने केरल , जम्मू कश्मीर , श्रीनगर एवं रायपुर में अपना जौहर दिखाया l पिछले वर्ष 2024 में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पूरे प्रदेश में पूर्व सैनिक सेवा संघ के बिटिया चंचल साहू ने कांस्य पदक प्राप्त की l संघ द्वारा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस एवं कारगिल विजय दिवस के समय जैन भवन चौक में ध्वजारोहण किया जाता है l करोना काल के समय वार्ड नंबर 21 की दुलेश्वरी सेन का सेना में भर्ती के लिए मेडिकल होना था l लेकिन आर्थिक कमी के कारण समस्या हो रहा था l सैनिक संघ के द्वारा उनके आने-जाने के लिए आर्थिक मदद की जिसके फलस्वरूप आज देश सेवा में सीआरपीएफ में सेवा कर रही है l
युवाओं को संदेश के रूप में उन्होंने कहा कि मेरा यही संदेश है की सेना में भर्ती के लिए जो हमारे द्वारा प्रशिक्षण आपको निःशुल्क दिया जाता है उसका भरपुर लाभ उठाएं और देश सेवा में अपना योगदन दे l इस प्रशिक्षण के लिए अन्य शहर जैसे भिलाई , राजनांदगांव , कवर्धा और अन्य स्थानों में जहां 15000 से 20000 फीस लिया जाता है l हमारे भूतपूर्व सैनिक संघ द्वारा निःशुल्क आपको दिया जाएगा इसका आप लाभ अवश्य उठाएं l
दूसरी कहानी मे आपको बता रहे हैं एक्स हवलदार वीएसएम कोमल सिंह मंडावी की l वर्तमान में झीकाटोला में निवासरत है l जिन्होंने 1986 में फर्स्ट बिहार रेजीमेंट में अपना सेवा प्रारंभ की और 16 बिहार रेजीमेंट में 2007 अपनी सेवा की समाप्ति की l ड्यूटी के दौरान 1991 में दक्षिण अफ्रीका गए भूटान और कई जगह इन्होंने सेवा के दौरान दौरा किया l बांग्लादेश बॉर्डर कुंज बिहार में भी पोस्टिंग हुआ l उन्होंने बताया कि पूरे भारत में हर जगह जाकर अपनी सेवाएं दी l कारगिल युद्ध में व्ही यस एम की उपाधि मिली और कारगिल लड़ाई के बाद केंद्र में युवाओं को ट्रेनिंग देने का काम किया l उन्होंने कई युद्ध में भाग लिया l आतंकवादी के साथ भी लड़ाई लड़े l आतंकवाद के समय पंजाब में ड्यूटी पर गए जहां गस्त के दौरान 6 उग्रवादी को रात में मार गिराए थे l उस लड़ाई में उनका एक जवान भी शहीद हुए l उन्हें बताया कि कैप्टन के पैर में गोली लगी थी l 6 वर्ष कश्मीर में बिताएं इस दौरान कारगिल युद्ध छिड़ा l कारगिल लड़ाई के दौरान मंडावी जी रेजीमेंट प्लाटून हवलदार थे l उन्होंने कारगिल लड़ाई के बारे में बताया कि सर्वप्रथम लड़ाई की शुरुआत इनकी यूनिट से हुई थी l कारगिल के आगे बाटानिक सेक्टर है वहां से शुरुआत हुई थी जो कि कारगिल टाइगर हिल में समाप्त हुई l इस लड़ाई में मेजर एम सर्वानंद जो कि उनके कंपनी कमांडर थे वह वीरगति को प्राप्त हुए l साथही उनके कंपनी के 7 जवान शहीद हुए थे l इनके कंपनी के द्वारा पाकिस्तान के कई आर्मी जवानों को भी मौत की नींद सुलाया गया l लड़ाई के उपरांत कारगिल विजय दिवस पर इन्हें भी VSM की उपाधि से सम्मानित किया गया l
संडे मेघा स्टोरी में आज इन सिपाहियों के सम्मान में बस इतना ही l इन युद्ध वीरों के सम्मान में जितना लिखा जाए उतना कम है l
भोजराम साहू
संपादक
हमारा दल्ली राजहरा -एक निष्पक्ष समाचार चैनल 9893765541