अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 11 वर्षगांठ पर शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था दल्लीराजहरा में योग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर संस्था के संस्था प्रमुख अधीक्षक के के दुबे तथा योगाचार्य के रूप में प्रशिक्षण अधिकारी विरेंद्र कुमार बघेल उपस्थित थे। योगाचार्य ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर कहा कि योग हमारे हजारों साल पुरानी संस्कृति है ,सभ्यता है जो आज फिर से फलित पुष्पित हो रही है और अपने नए स्वरूप को धारण कर रही है। योग मात्र स्वास्थ्य लाभ के लिए ही नहीं बल्कि मानसिक, आध्यात्मिक, सामाजिक जीवन को भी उत्कृष्ट और संतुलित बनाता है। योग के माध्यम से हम अपने मानवीय मूल्यों को पहचान कर जीवन को शानदार बना सकते हैं।
भगवान श्री कृष्ण गीता में कहा है कि योग: कर्मसु कौशलम् योग के माध्यम से अपने जीवन के कर्म में कौशल को धारण करते हैं जिससे आर्थिक रूप से भी संपन्न बनते हैं। योग के अंतर्गत विभिन्न आसन ताड़ासन, कटि चक्रासन ,ग्रिवा चालान, पाद संचालन, स्थितकोणासन, मंडूकासन, वृक्षासन तथा प्राणायाम के अंतर्गत भस्त्रिका, अनुलोम विलोम, कपालभाति, भ्रामरी आदि प्राणायाम का अभ्यास कराया गया ।
इस अवसर पर संस्था के प्रशिक्षण अधिकारी चंद्रप्रकाश कश्यप, शिवेंद्र कुमार यादव, प्रवीण कुमार सिन्हा ,टिकेश्वर साहू, फनिल साहू, शिल्पी वर्मा, गीतू गौतम, गीतांजलि, संतोष कुमार चौधरी, दिलीप गजभिए तथा सभी प्रशिक्षार्थीगण का विशेष सहयोग रहा।