गायत्री शक्तिपीठ दल्ली राजहरा में गुरु पूर्णिमा धूमधाम से मनाया गया l विश्व गायत्री शक्तिपीठ हरिद्वार के निर्देशानुसार दल्ली राजहरा गायत्री शक्तिपीठ के द्वारा विश्व शांति मनुष्य में देवत्व का उदय मनुष्य में देवत्व का उदय और धरती में स्वर्ग का अवतरण के कार्यक्रम के अनुसार विश्व में सद्भावना बनी रहे , इसी कामना के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया l
पौराणिक कथाओं के अनुसार आज के दिन महान व्यक्तित्व ब्रह्म सूत्र महाभारत ,श्रीमद् भागवत और 18 पुराण जैसे अद्भुत साहित्य की रचना करने वाले महर्षि वेदव्यास जी का जन्म आषाढ़ पूर्णिमा को हुआ था l उन्हीं के जन्मोत्सव को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है l यह दिन अपने गुरुओं के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने के लिए मनाई जाती है जो ज्ञान और मार्गदर्शन प्रदानकर किसी के जीवन को सद्भाव में परिवर्तित कर दे l
पौराणिक समय से ही भारत में गुरु शिष्य की परंपरा रही है l जहां मानव जीवन में पांच गुरुओं को विशेष महत्व दिया गया है l जिसमें प्रथम गुरु मां जिसने हमें जन्म दिया , द्वितीय गुरु धरती मां जिस पर पले बड़े , तृतीय गुरु पिता जिसकी उंगली थामी ,चतुर्थ गुरु शिक्षक जिसने ज्ञान मिला और पंचम गुरु आध्यात्मिक जिसकी कृपा मिली l कहा जाता है की पांच गुरुओं के आशीर्वाद से व्यक्ति का जीवन सार्थक होता है l
10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ दल्ली राजहरा में पांच कुंडली गायत्री महायज्ञ संपन्न हुआ साथ ही दो दीक्षा संस्कार दो पुरुषवन संस्कार एक अन्नप्राशन संस्कार हुए l
गायत्री परिवार के द्वारा परम पूज्य गुरुदेव श्री राम शर्मा और मां भगवती देवी को नमन किया गया l मां गायत्री के मंदिर निर्माण के लिए सहयोग राशि की भी स्वेच्छा से घोषणा की गई l जहां उपस्थित जनों के द्वारा मंदिर निर्माण स्वरूप राशि देने का संकल्प लिया गया l
इस अवसर पर गायत्री परिवार से श्री हीरालाल पवार (व्यवस्थापक) ,श्री पुरुषोत्तम लाल सोनवानी, श्री हुलास कुमार देवांगन (मुख्य ट्रस्टी), श्री बंशीलाल रावटे, श्री विजेंद्र विश्वकर्मा, श्री नंदकिशोर पिस्दा (ब्लॉक समन्वयक) , श्री नाथूराम सिवाना, श्री राजेंद्र कुमार ठाकुर, श्री टीकम लाल साहू, श्री सोनसाय लटियारे, श्री धर्मपाल नायक, श्री डोमन चावरे श्री संतोष कुमार कोराटिया, श्री श्रीमती अर्चना देशमुख, रेणुका गंजीर प्रतिमा साहू , टीकमलाल साहू , राजेंद्र साहू ,जीवनलाल साहू , ज्योति साहू , श्रीमती हेमलता यादव, श्रीमती वीणा साहू, श्रीमती मंजू साहू , श्रीमती सावित्री सोनी , श्रीमती दमयंती पवार , एवं मंदिर के परिवारजन विशेष रूप से उपस्थित रहे l